कांग्रेस नेता राहुल गांधी दो दिन के मणिपुर दौरे पर है। राहुल वहां हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करने के साथ नागरिक समाज के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात करेंगे। इस बीच इंफाल से बिष्णुपुर जाते समय कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष के काफिले को पुलिस ने रोक दिया है। राहुल गांधी के काफिले के साथ पार्टी के कई नेता जा रहे हैं। काफिले को रोके जाने के कारण राहुल को वापस इंफाल लौटना पड़ा।
क्यों रोका गया कांग्रेस नेता का काफिला?
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रास्ते में हिंसा की आशंका के चलते काफिले को रोका गया है। उन्होंने बताया, बिष्णुपुर जिले के उटलू गांव के पास राजमार्ग पर टायर जलाए गए और पत्थर फेंके गए।
कांग्रेस ने जताई नाराजगी
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि राहुल गांधी के काफिले को बिष्णुपुर के पास पुलिस ने रोक दिया है। वेणुगोपाल ने कहा कि पुलिस हमें इजाजत देने की स्थिति में नहीं है। हम समझ नहीं पा रहे हैं कि हमें क्यों रोका है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी आपत्ति जताई है। उन्होंने ट्वीट करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा कि पीएम मोदी ने मणिपुर पर अपनी चुप्पी तोड़ने की जहमत नहीं उठाई है। अब उनकी डबल इंजन वाली विनाशकारी सरकार राहुल गांधी को रोकने के लिए निरकुंश तरीकों का इस्तेमाल कर रही हैं।
मणिपुर कांग्रेस अध्यक्ष के. मेघचंद्र सिंह ने समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि लोग राहुल गांधी के स्वागत के लिए सड़कों पर खड़े हैं, लेकिन बिष्णुपुर एसपी, एएसपी, एडीएम और अन्य पुलिस अधिकारी सड़कों पर उन्हें रोक रहे हैं। मैंने सुना है कि मणिपुर के मुख्यमंत्री ने सड़कें बंद करने के निर्देश भी दिए हैं। वे इसका राजनीतिकरण कर रहे हैं। वे केवल यह कह रहे हैं कि कानून-व्यवस्था की स्थिति अच्छी नहीं है।