प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पूसा इंस्टिट्यूट में आयोजित ग्लोबल मिलेट्स श्री अन्न कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि, श्री अन्न देश के समग्र विकास का जरिया बन रहा है. उन्होंने कहा कि, मोटे अनाज को फ्री अन्न की पहचान दी गई है. ये सिर्फ खेती या फिर खाने तक सीमित नहीं है बलेकि जो भारत की परंपराओं से परिचित हैं वो भी जानते हैं कि किसी भी चीज के आगे ‘श्री’ ऐसे ही नहीं जोड़ा जाता है. क्योंकि जहां श्री होता है वहीं पर समृद्धि होती है समग्रता होती है. ऐसे में श्री अन्न के हमारे देश की समग्र विकास और समृद्धि का माध्यम बन गया है.
श्री अन्न बताता है कि दुनिया में बढ़ी भारत की जिम्मेदारी
पीएम मोदी ने कहा कि, दुनिया में श्री अन्न के जरिए ये साफ संदेश जाता है कि अब भारत की जिम्मेदारी लगातार बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि, भारत अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स ईयर का नेतृत्व कर रहा है. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोशिशों के बाद ही संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स ईयर घोषित किया गया है. पीएम ने कहा कि, ग्लोबल मिलेट्स कॉन्फ्रेंस जैसे आयोजन ना सिर्फ ग्लोबल गुड बल्कि ग्लोबल गुड्स के लिए भी आवश्यक हैं.
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मिलेट्स से जुड़े 2.5 करोड़ किसान
पीएम मोदी ने कहा कि, मोटे अनाय यानी मिलेट्स से देश के ढाई करोड़ से ज्यादा किसान जुडे़ हुए हैं. उन्होंने अन्य अनाजों की तुलना में मोटा अनाज ना सिर्फ जल्दी तैयार होता है बल्कि ये ज्यादा फायदेमंद भी है. ये पोषक होने के साथ ही आपकी सेहत को दुरुस्त रखने में कारगर साबित होता है. मौजूद लाइफस्टाइल में तो मिलेट्स किसी वरदान से कम नहीं है. इस क्षेत्र में काम करने की भी अपार संभावनाएं हैं.