यूपी को जल्द रोलर स्केटिंग ट्रैक (roller skating track) का तोहफ़ा मिलने वाला है. इससे स्केटिंग करने वाले खिलाड़ियों की ट्रेनिंग आसान हो जाएगी. यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्केटिंग का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे खिलाड़ियों से बातचीत करने के बाद ये निर्देश दिया है. अब तक यूपी के रोलर स्केटिंग करने वाले खिलाड़ी दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में जाकर ट्रेनिंग करते हैं.
यूपी के सीएम ने की खिलाडियों से मुलाकात
यूपी सीएम से रोलर स्केटिंग करने वाले खिलाड़ियों से मुलाकात की. इसमें स्केटिंग करने वाले कई राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी थे. उन्होंने कहा कि लखनऊ में ट्रेनिंग के लिए कोई ट्रैक नहीं है जिससे खिलाड़ियों को प्रैक्टिस करने में काफ़ी दिक्कत होती है. अभी ये खिलाड़ी किसी बास्केटबॉल ट्रैक पर, तो कभी किसी पार्किंग में या सड़क पर स्केटिंग कर प्रैक्टिस करते हैं. ये न सिर्फ़ असुरक्षित है और इससे चोट लगने का ख़तरा होता है बल्कि ट्रेनिंग भी ठीक से नहीं हो पाती है. इसेक बाद मुख्यमंत्री ने इन खिलाड़ियों की मांग पर जल्द ही रोलर स्केटिंग का बैंक्ड ट्रैक (banked track) बनाने का भरोसा दिया है.
बाहर करने जाते हैं खिलाडी प्रैक्टिस
दरअसल, ये खिलाड़ी लखनऊ में कोई ट्रैक न होने की वजह से जनेश्वर मिश्रा पार्क में पार्किंग में प्रैक्टिस कर रहे थे, वहां साइकिलिंग करने पहुंचे जेवर, ग्रेटर नोएडा के विधायक धीरेंद्र सिंह ने इनको देखा. इनमें से एक खिलाड़ी को सीमेंट की बनी पार्किंग में गिरने से चोट भी लग गयी थी. विधायक धीरेंद्र सिंह ने इनसे पूछा तो पता चला कि लखनऊ समेत पूरे यूपी में सरकार का बनाया हुआ एक भी स्केटिंग ट्रैक नहीं है. सिर्फ़ ग्रेटर नोएडा में एक प्राइवेट ट्रैक है जिसपर स्केटिंग करने वाले खिलाड़ी प्रैक्टिस करते हैं. जब कभी कोई स्केटिंग टूर्नामेंट होता है तो कुछ दिन के लिए ये खिलाड़ी दिल्ली मुंबई जाकर प्रैक्टिस करते हैं.
विधायक धीरेंद्र सिंह कहते हैं, “यूपी में सभी खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन दिया जाता है. ऐसे में मैं इन खिलाड़ियों और उनके कोच को लेकर सीएम योगी जी से मिलने गया और उनसे स्केटिंग ट्रैक बनाने का अनुरोध किया. उन्होंने खिलाड़ियों की ज़रूरत को समझा और ट्रैक बनाने के निर्देश दिए हैं. अब जल्द ही इन खिलाड़ियों को ट्रैक की सौगात मिलेगी इससे इनकी प्रैक्टिस बेहतर हो सकेगी.”
ट्रैक बनने से होगा बच्चों को फायदा
यूपी सीएम ने न सिर्फ इन खिलाड़ियों की बात को ध्यान से सुना बल्कि चॉकलेट देकर इनका उत्साहवर्धन भी किया. स्केटिंग के कोच अंजनी कुशवाहा कहते हैं, “ट्रैक बनने से स्केटिंग करने वाले इन बच्चों को बहुत लाभ होगा. अभी इनको बाहर जाकर तैयारी करनी पड़ती है, जबकि यूपी में ईशान राज सिंह, अनिका सिंह, अविका मिश्रा, धृति वर्मा जैसे राष्ट्रीय स्तर स्केटर भी मौजूद हैं.”
मुख्यमंत्री धामी ने सपरिवार परंपरागत विधि विधान के साथ मनाया हरेला पर्व
स्पोर्ट्स के तौर पर रोलर स्केटिंग का शौक़ बढ़ा है पर ट्रेनिंग के लिए अब तक कोई ट्रैक न होने की वजह से कभी सड़क तो कभी पार्किंग में प्रैक्टिस करनी पड़ती थी. अंतर्राष्ट्रीय मानक के अनुसार रोलर स्केटिंग का ट्रैक 200 मीटर का होता है. ओवेल शेप के ट्रैक के टर्न्स उठे हुए रहते हैं. रबर कोटिंग (rubber coating) या सिंथेटिक कोटिंग (synthetic coating) होने की वजह से स्केटिंग करने वाले को स्पीड मेटेंन करने में मदद मिलती है और गिरकर चोट लगने का ख़तरा नहीं रहता.