मोदी सरकार जल्द ही आर्थिक अपराधियों का यूनीक आई डी सिस्टम लांच करने जा रही है। इसके तहत आर्थिक अपराध करने वाले व्यक्ति और कंपनियों का एक यूनीक आईडी होगा। इसके जरिए सरकार उनकी ट्रैकिंग आसान कर सकेगी। इसके तहत व्यक्ति की आर्थिक अपराध यूनीक आईडी आधार से लिंक होगी। जबकि कंपनियों की आर्थिक अपराध यूनीक आईडी PAN Card से लिंक होगी। सरकार ने करीब 2.5 लाख आर्थिक अपराधियों की लिस्ट तैयार की है।
अल्फा न्यूमिरेक होगी यूनीक आईडी
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार द सेंट्रल इकोनॉमिक इंटेलीजेंस ब्यूरो ने इसके लिए 2.5 लाख आर्थिक अपराधियों की लिस्ट तैयार की है। जिनकी डिटेल आर्थिक अपराध यूनीक आईडी (Unique Economic offender Code) से लिंक होगी। इसके तहत कोशिश है कि मल्टीपल जांच एजेंसियां यूनीक आईडी के जरिए अपराधियों के खिलाफ जांच तेजी से हो सके। इसके तहत विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चौकसी जैसे आर्थिक अपराधियों की यूनीक आईडी आधार से लिंक होग जाएगी। वहीं आर्थिक अपराध करने वाली कंपनियों की यूनीक आईडी पैन कार्ड से लिंक कर दी जाएगी।
इस पहल से कारोबारियों के अलावा आर्थिक अपराध के आरोपों का सामना कर रहे कई राजनेताओं की भी आर्थिक अपराध यूनीक आईडी बन सकती है।
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क्या है मकसद
रिपोर्ट के अनुसार कई ऐसे आर्थिक अपराधी हैं जिनके खिलाफ कई एजेंसियां जांच कर रही हैं। ऐसे में कई बार उनके खिलाफ सभी केस की ट्रैकिंग आसानी से नहीं हो पाती है। कई बार एक एजेंसी को दूसरी एजेंसी की कार्रवाई पूरी करने का भी इंतजार करना पड़ता है। यूनीक आईडी से ये समस्या दूर हो सकती हैं। जिसका फायदा तेज जांच के रुप में दिखेगा और अपराधियों को खिलाफ जारी केस तेजी से निपटेंगे।