आगरा के ताजमहल के 22 दरवाजे के बाद अब वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद का मुद्दा सुर्खियों में बना हुआ है। वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे को लेकर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी चीफ महबूबा मुफ्ती ने केन्द्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने इसे ध्यान भटकाने की राजनीति बताते हुए कहा कि हो सकता है कि इनको भगवान मस्जिद में ही मिलता है। महबूबा ने सवाल करते हुए आगे पूछा कि ज्ञानव्यापी मस्जिद के पीछे पड़े हैं, क्या इसके बाद सब बंद हो जाएगा?
उन्होंने कहा कि यहां माहौल बदलने की जरूरत है। हिन्दू-मुस्लिम मिलकर एक साथ रहे। लोग प्रदर्शन भी नहीं कर रहे है क्योंकि उनको लग रहा है हम प्रदर्शन करेंगे तो हमारे ऊपर मामले दर्ज करेंगे। महबूबा ने कहा कि मेरे कहने से तो ये चुनाव करेंगे, ना हीं ये अपने हिसाब से चुनाव करेंगे। क्या क्या बंद करेंगे? हमारे देश में 50 प्रतिशत लोग तो सिर्फ वो देखने आते है जो मुगलों ने बनाया है, बाकी बचे हुए कश्मीर को देखने आते है, दोनों को खत्म कर रहे है। इनके पास लोगों को देने के लिए कुछ नहीं है।
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उन्होंने कहा कि सरकार की जो पॉलिसी बनी है उसकी वजह से लोगों में इतना गुस्सा है, डर भी है, जिसकी वजह से लोगों में दूरी बढ़ रही है। जब तक वाजपेयी जी पन्ना नहीं खोला जाएगा जब तक हम अपने बच्चे को खोते रहेंगे. पीडीपी चीफ ने कहा कि हमारा दम घुटता है, हमें कहीं जाने नहीं दिया जाता, हमें गम में भी नहीं जाने दिया जाता है. एक कश्मीरी पंडित हमारे जिस्म का हिस्सा है, हम जानते है कश्मीरी पंडित हमारे लिए काम करते है। भाजपा जो नफरत फैलाते है उसकी भेट चढ़ गया है. इसका कोई मकसद नहीं है। इस तरह की घटनाओं को नफरत फैलाने का काम करते है।