आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सच को बाहर लाने के लिए एक कदम और बढाया है। दरअसल, सीबीआई ने मुख्य आरोपी संजय रॉय का नार्को-एनालिसिस टेस्ट कराने की योजना बना रही है। रॉय पहले ही पॉलीग्राफ टेस्ट से गुजर चुके हैं।
न्यूज एजेंसी से बात करते हुए एक अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने शहर स्थित सियालदह अदालत में रॉय पर परीक्षण कराने की अनुमति मांगी है। उन्होंने बताया कि उनकी कहानी की पुष्टि के लिए यह परीक्षण किया जाएगा।
अधिकारी ने बताया कि यह मुख्य रूप से यह जांचने के लिए है कि क्या रॉय सच बोल रहे हैं। नार्को विश्लेषण परीक्षण से हमें उनके बयान की पुष्टि करने में मदद मिलेगी।
जानिये क्या है नार्को-विश्लेषण परीक्षण
नार्को एनालिसिस टेस्ट के दौरान, आरोपी के शरीर में सोडियम पेंटोथल नामक दवा इंजेक्ट की जाती है, जो उसे सम्मोहित अवस्था में ले जाती है। आरोपी की कल्पना को दबा दिया जाता है। अधिकारी ने कहा कि अधिकांश मामलों में, आरोपी सही जानकारी देता है।
आपको बता दें कि संजय रॉय को 9 अगस्त को अस्पताल के सेमिनार हॉल के अंदर डॉक्टर के साथ कथित तौर पर बलात्कार और हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। डॉक्टर, एक पीजी मेडिकल छात्रा, अपनी 36 घंटे की शिफ्ट के बाद आराम करने के लिए कमरे में गई थी।