राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने मणिपुर में शांति कायम करने के लिए एक सही रास्ते का सुझाव दिया है। आपको बता दे, आज 22 जुलाई शनिवार को सिब्बल ने कहा कि मणिपुर में शांति कायम करके आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता यह है कि मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को बर्खास्त कर के राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए।
जानकारी के मुताबिक, मणिपुर में 3 मई को हुई जातीय हिंसा के कारण से अब तक 160 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और कई लोग घायल हो गए हैं। तीन मई को मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) की स्थिति के विरोध में पहाड़ी जिलों में आदिवासी एकजुटता मार्च आयोजित किया गया था।
आपको बता दे, कपिल सिब्बल ने एक ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि ‘मणिपुर में शांति कायम करने का एक मात्र रास्ता है, मणिपुर सीएम बीरेन सिंह को बर्खास्त करना चाहिए साथ ही धारा 356 लागू करना चाहिए। अनुच्छेद 356 के अनुसार, किसी राज्य में राष्ट्रपति शासन तब लागू किया जा सकता है जब ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाए कि राज्य का शासन संविधान के प्रावधानों के अनुसार नहीं चलाया जा सके। आपको बता दे, मणिपुर में चार मई को हुए वायरल वीडियो के चलते तनाव और बढ़ गया था, जिसमें एक संघर्षरत समुदाय की दो महिलाओं को दूसरे पक्ष के पुरुषों द्वारा नग्न घुमाते हुए दिखाया गया था।
आपको बता दे कपिल सिब्बल, जो UPA -1 और UPA -2 सरकार के दौरान केंद्रीय मंत्री रहे थे, पिछले साल मई में कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी के समर्थन से एक निर्दलीय सदस्य के रूप में राज्यसभा के लिए चुने गए थे। उन्होंने हाल ही में गैर-चुनावी मंत्री ‘इंसाफ’ की स्थापना की है, जिसका उद्देश्य है अन्याय से लड़ना है।