तीन बार तलाक बोलकर मुस्लिम महिलाओं को तलाक देने की प्रथा को खत्म करने और मुसलमानों के हित में कई अन्य फैसलों को लेकर पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की कई मुस्लिम संगठनों ने तारीफ की है। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहा है। इसमें कई मुस्लिम विद्वान अपनी बातें रख रहे हैं और मोदी सरकार की प्रशंसा कर रहे हैं।
कहा- यकीनन जो अच्छी चीजे हैं, उनकी प्रशंसा होनी चाहिए
एनआईडी फाउंडेशन की ओर से चंडीगढ़ में आयोजित ऑल इंडिया माइनारिटी कॉनक्लेव- अमृत काल में अल्पसंख्यकों की भूमिका विषय पर बोलते हुए इन मुस्लिम नेताओं ने जमकर सराहना की। अहमदिया मुस्लिम कम्युनिटी के निदेशक अहसान गौरी (Ahsan Ghouri) ने कहा कि मुसलमानों के लिए पीएम मोदी ने बेशुमार कदम उठाए हैं। यकीनन जो अच्छी चीजे हैं, उनकी प्रशंसा होनी चाहिए। कहा कि हम उनका समर्थन करते हैं। इस कार्यक्रम में केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान भी मौजूद रहे।
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तारिक अहमद ने कहा, “इस्लाम भी तीन तलाक की रस्म को नहीं मानता”
अहमदिया मुस्लिम यूथ एसोसिएशन इंडिया के अध्यक्ष तारिक अहमद (Tariq Ahmad) ने कहा, “इस्लाम भी तीन तलाक की रस्म को नहीं मानता। तीन तलाक को लेकर जो मोदी सरकार ने कदम लिया वह अच्छा है। इससे महिला सशक्तिकरण और जो महिलाएं (अपने अधिकार से) वंचित रही उनको स्थान देने के लिए भी अच्छा है। इसलिए हम हुकूमत के इस कदम की सराहना करते हैं।”
पीएम नरेंद्र मोदी ने ऐसे फैसले लिए हैं जो 1947 से नहीं लिए गये
राष्ट्रीय अध्यक्ष, उलमा फाउंडेशन की अध्यक्ष जामिया आलिया जाफरिया ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने ऐसे फैसले लिए हैं जो 1947 से नहीं लिए गये। यह मुसलमानों के लिए बड़े गर्व की बात है। इस बात के लिए हुकुमत को बधाई देनी चाहिए।
सूफी इस्लामिक बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष मंसूर खान ने कहा, “दुनिया पीएम मोदी को एक महान नेता के रूप में पहचानती है। वह आज एक वैश्विक नेता हैं। यह हमारा सौभाग्य है कि हमें ऐसा महान नेता मिला है, जिसने हमारे देश को विश्व नेता बना दिया है।”