मुंबई में धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर चल रहे विवाद के बीच पुणे में पांच मस्जिदों की इंतेजामिया समिति और समुदाय के कुछ अन्य वरिष्ठ लोगों ने ईद के दौरान डीजे नहीं बजाने का और इसके लिए एकत्रित की गई राशि का इस्तेमाल गरीबों और जरूरतमंदों के बीच करने का निर्णय लिया है.
उन्होंने कहा, ” इसलिए हमने इलाके की पांच मस्जिदों की एक कोर समिति बनाई है और उनके इमामों तथा अन्य सदस्यों तथा समुदाय के अन्य वरिष्ठ लोगों के साथ बैठक की है और ईद के दौरान डीजे नहीं बजाने का निर्णय लिया है.”
सभी पांचों मस्जिदों में ध्वनि प्रदूषण के संबंध में उच्चतम न्यायालय के दिशा निर्देश का पालन हो रहा है और अजान के वक्त आवाज हमेशा कम रखी जाती है.
इसी कोर समिति के सदस्य एवं उर्दू के शिक्षक यूनुस सलीम शेख कहते हैं कि इस प्रकार की समिति का गठन सामाजिक मसलों से निपटने की दिशा में अच्छा कदम है.
धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकर को हटाने में कम दिख रहा रुझान
स्थानीय निवासी और पूर्व पार्षद युसूफ शेख ने कहा कि ईद के जश्न के दौरान डीजे नहीं बजाने के फैसले को अच्छी प्रतिक्रिया मिली है और उन्हें उम्मीद है कि शहर के अन्य हिस्सों में भी ऐसा ही किया जाएगा.