उत्तर प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री केवश मौर्या ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पिछड़ों से चिढ़ते हैं। केशव मौर्य ने कहा कि यदि वजह है कि अखिलेश यादव ने मेरे दिवंगत पिता का अपमान किया।
यूपी विधानसभा बजट सत्र के तीसरे दिन बुधवार को सदन में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच तीखी भाषा में बहस हो गई थी। गुरुवार को इस पर डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव की पिछड़ों की अपमान करने की आदत है। उन्होंने पूर्व में भी कई बार ऐसा किया है।
केवश मौर्या ने कहा कि अखिलेश यादव के इस बयान से मैं काफी आहत हूं। कम से कम अखिलेश यादव को मेरे दिवंगत पिता पर टिप्पणी कर पिछड़ा वर्ग का अपमान नहीं करना चाहिए था। डिप्टी सीएम ने कहा कि पूर्व मुख्य मंत्री अखिलेश यादव को सदन में इस तरह का व्यवहार कतई शोभा भी नहीं देता। डिप्टी सीएम ने कहा कि उन्होंने कोई ऐसा वक्तव्य नहीं दिया था जिससे अखिलेश यादव को ठेस पहुंचे। पर सपा प्रमुख जरा-जरा सी बात पर ना केवल उत्तेजित हो जाते हैं बल्कि दूसरों का अपमान करने लगते हैं। ये सब उनकी आदतों में शुमार हो गया है जो एक पूर्व मुख्यमंत्री को कतई शोभा नहीं देता। डिप्टी सीएम ने कहा कि संसदीय और शिष्टा के अनुसार आचरण करना हम सभी राजेनताओं का कर्तव्य है। आखिर हमको जनता ने समाज में सुधार के लिए भेजा है ना कि एक-दूसरे पर कीचड़ उछलाने के लिए। डिप्टी सीएम और अखिलेश के बीच हुई इस बहस के बाद मुख्यमंत्री योगी ने बीच में आकर मोर्चा संभाला था।
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सीएम ने कहा था कि सदन में अशोभनीय शब्दों का इस्तेमाल किसी को भी नहीं करना चाहिए। सबको अपनी बात रखने का अधिकार है। सीएम का कहना था कि किसी के तर्क से सहमत या असहमत होना अलग बात है, पर अशोभनीय आचरण किसी को शोभा नहीं देता। सीएम ने ये भी कहा था कि उप मुख्यमंत्री के प्रति इस तरह की भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए। हम भी नेता प्रतिपक्ष की बहुत सारी बातों पर आपत्ति कर सकते हैं लेकिन हमने उन्हेंन धैर्यपूर्वक ध्यान से सुना।