इजराइल के खिलाफ अब हौथी विद्रोहियों ने संभाला मोर्चा, सरूर की मौत का बदला लेने के लिए दागा मिसाइल

गाजा में चल रहे युद्ध और हिजबुल्लाह के साथ तनाव के बीच यमन स्थित हौथी विद्रोहियों और इजरायल के बीच भारी तनाव देखने को मिल रहा है। हौथी विद्रोहियों ने 27 सितंबर की सुबह तेल अवीव की ओर मिसाइल दागी। इजरायली रक्षा बलों ने कहा कि उनके एरो एयर डिफेंस सिस्टम ने इजरायली हवाई क्षेत्र के बाहर मिसाइल को रोक दिया, जिससे जोरदार धमाके हुए और मलबा गिरा। हौथियों का यह ताजा हमला IDF द्वारा हिजबुल्लाह के ड्रोन यूनिट प्रमुख मुहम्मद हुसैन सरूर की हत्या के कुछ घंटों बाद हुआ।

मोहम्मद सरूर के लिए प्रतिशोध

हमले के दौरान छर्रे या गिरते मलबे से किसी के सीधे घायल होने की कोई रिपोर्ट नहीं है, हालांकि इज़रायल कि मीडिया ने बताया कि अराजकता के बीच सड़क के किनारे खड़ी एक कार की टक्कर से 17 वर्षीय एक लड़की मामूली रूप से घायल हो गई।

मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार एक हौथी अधिकारी ने बताया कि यह हमला गुरुवार को इजरायली हवाई हमले के प्रतिशोध में किया गया था जिसमें वरिष्ठ हिजबुल्लाह नेता मोहम्मद सरूर की मौत हो गई थी।

हौथियों को प्रशिक्षित करने के लिए गया था सरूर

इजरायल में सायरन बजने से कुछ समय पहले ही हिजबुल्लाह ने सरूर की मौत की पुष्टि की थी। हिजबुल्लाह के करीबी एक सूत्र के हवाले से इजरायली अखबार ने बताया कि वह उन कई शीर्ष सलाहकारों में से एक था जिन्हें हिजबुल्लाह ने यमन में हौथियों को प्रशिक्षित करने के लिए भेजा था, जिन्हें ईरान का भी समर्थन प्राप्त है।

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लेबनानी समूह और इजरायल के बीच सीमा पार से गोलीबारी तेज होने के बीच, यमन के हौथी विद्रोहियों के नेता अब्दुल मलिक अल-हौथी ने गुरुवार को एक टेलीविज़न संबोधन में कहा कि ईरान समर्थित समूह लेबनान और हिज़्बुल्लाह का समर्थन करने में संकोच नहीं करेगा।

इजरायल के खिलाफ तेज किये हमले

नवंबर से ही हौथियों ने ड्रोन और मिसाइलों से लाल सागर के जहाजों को निशाना बनाया है। ईरान के प्रतिरोध की धुरी के प्रमुख अंगों में से एक हौथियों ने 7 अक्टूबर को हमास के हमले से शुरू हुए युद्ध के बीच फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए इजरायल के खिलाफ अपने हमले तेज कर दिए हैं।