गोरखपुर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लगातार दूसरे दिन जनता दर्शन में सभी लोगों से मुलाकात कर उनकी तमाम समस्याएं सुनीं और जल्द समाधान और मदद के लिए अधिकारियों को आदेश दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी पीड़ितों की सहायता और पात्रों को शासन की जन कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित करने में विलंब नहीं होना चाहिए।उन्होंने कहा कि इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि किसी स्तर पर किसी भी प्रकार की दिक्कत आ रही है तो उसका पता लगाकर समाधान किया जाए और किसी स्तर पर जानबूझकर कर प्रकरण को लंबित रखा गया है तो वहां जिम्मेदारी सुनिश्चित कर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री योगी ने यह आदेश आज 3 अक्तूबर यानी की मंगलवार सुबह में गोरखनाथ मंदिर परिसर में जनता दर्शन के दौरान लोगों की तमाम दिक्कतें सुनने के दौरान दिए। समस्या लेकर मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे लोगों को भरोसा मिला। इत्मीनान से सभी की समस्या सुनते हुए मुख्यमंत्री योगी ने सभी पीड़ितों को आश्वस्त किया कि किसी को भी घबराने की कोई जरूरत नहीं है। हर समस्या का समाधान अवश्य वह प्रभावी रूप से कराएंगे। इसे लेकर उन्होंने प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों को मौके पर ही दो टूक समझाया कि जनता की समस्याओं का समयबद्ध, निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण समाधान करें।कुछ प्रकरणों पर सीएम योगी ने अफसरों को आदेश दिया कि यह भी पता लगाएं कि यदि किसी को प्रशासन का सहयोग नहीं मिला है तो ऐसा क्यों और किन कारणों से हुआ। हर पीड़ित की जल्द से जल्द मदद की जाए। उन्होंने जमीन कब्जाने की शिकायतों पर विधि सम्मत कठोर कदम उठाने का भी आदेश दिया।
हर बार की तरह इस बार भी जनता दर्शन में कई लोग इलाज में आर्थिक मदद की गुहार लेकर पहुंचे थे। इस पर मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों से कहा कि जल्द से जल्द अस्पताल के इस्टीमेट पूर्ण कर शासन को उपलब्ध करा दें। इलाज के लिए मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से पर्याप्त मदद की जाएगी। जनता दर्शन में कुछ महिलाएं बच्चों के साथ पहुंची थीं। मुख्यमंत्री योगी ने बच्चों से आत्मीयता लपूर्वक बात कर उनकी पढ़ाई के बारे में पूछा। उन्हें खूब पढ़ने, आगे बढ़ने का आशीर्वाद दिया और दुलारते हुए उन्हें चॉकलेट गिफ्ट किया।
आपको बता दे, आज मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री गोरखनाथ मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए मंदिर की गोशाला भी पहुंचे। यहां उन्होंने गोवंश को दुलारा और उनकी सेवा की। मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से गोवंश को गुड़-पूड़ी खिलाया और गोशाला के स्वयंसेवकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।