जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री नेशनल कॉन्फेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने तालिबान का जिक्र करते हुए केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार को बड़ी सलाह दी है। दरअसल, फारूक अब्दुल्ला ने मोदी सरकार को सलाह देते हुए कहा कि जब हमने उस देश में इतना कुछ निवेश किया हुआ है, तो उनसे रिश्ते रखने में क्या हर्ज़ है।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा- तालिबान ने रिश्ते रखने में क्या हर्ज है
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान के पास सत्ता है। अफगानिस्तान में पिछली शासन के दौरान भारत ने अलग अलग प्रोजेक्ट पर अरबों रुपये खर्च किए हैं। हमें वर्तमान अफगान शासन से बात करनी चाहिए। हमने उस देश में बहुत निवेश किया है, तो उनसे रिश्ते रखने में हर्ज़ क्या है?
आपको बता दें कि पिछले शासन के दौरान भारत ने अफगानिस्तान में करीब 23 हज़ार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया है। भारत ने अफ़ग़ानिस्तान के संसद भवन का निर्माण किया है और अफ़ग़ानिस्तान के साथ मिलकर एक बड़ा बांध भी बनाया है। हमने शिक्षा और तकनीकी सहायता भी दी है। साथ ही, भारत ने अफगानिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों में निवेश को भी प्रोत्साहित किया है।
फारूक अब्दुल्ला की यह सलाह ऐसे समय पर सामने आई है जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिका दौरे पर हैं। उन्होंने बीते दिन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाक़ात की। पीएम मोदी की बाइडेन के साथ हुई इस पहली मुलाकात के दौरान दोनों देशों ने तालिबान से अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने और महिलाओं, बच्चों एवं अल्पसंख्यक समूहों सहित सभी अफगानों के मानवाधिकारों का सम्मान करने का आह्वान किया है।
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दोनों देशों ने अफगानिस्तान के नये शासकों से यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा है कि युद्धग्रस्त देश की धरती का इस्तेमाल किसी भी अन्य देश को धमकाने या हमला करने या आतंकवादियों को पनाह या प्रशिक्षण देने के लिए फिर से न हो। साथ ही संयुक्त बयान में दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान में आतंकवाद से निपटने के महत्व पर विशेष जोर दिया।