इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच सीमा पार से तीव्र लड़ाई मंगलवार को भी जारी रही। मंगलवार को इजराइल ने अपने सबसे खतरनाक मिलिट्री ऑपरेशन ‘नॉर्दन एरोज’ के तहत हवाई हमला कर हिजबुल्लाह के रॉकेट और मिसाइल डिवीजन के प्रमुख इब्राहिम कुबैसी को मार गिराया है। इस बात की पुष्टि इज़राइल रक्षा बल (IDF) ने अपने एक बयान में किया है। IDF के बयान के अनुसार, इस हमले में आतंकवादी समूह के कम से कम दो अन्य शीर्ष कमांडर भी मारे गए है।
मिली जानकारी के अनुसार, इजराइल ने यह हमला हिजबुल्लाह द्वारा किये गए हमले के जवाब में किया था। हिजबुल्लाह ने उत्तरी इजराइल पर लगभग 300 रॉकेट दागे थे, जिससे हाइफा, सफेद, नाज़रेथ और योकनेआम के साथ-साथ गैलिली में भी सायरन बजने लगे।
आतंकी संगठन के इसी हमले का जवाब देते हुए इजराइल ने लेबनान के बेरूत पर लगातार कई हवाई हमले किये। इन्ही हवाई हमलों में दहियाह उपनगर भी जद में आया। रॉकेट और मिसाइल बलों के प्रभारी कमांडर इब्राहिम कुबैसी इसी हवाई हमले में ढेर हो गया। इस हमले में मारे गए आतंकी संगठन के सभी अधिकारी हिजबुल्लाह के मिसाइल अभियानों में शामिल थे, जो इजरायल के लिए खतरा बन गए हैं।
हिजबुल्लाह ने कुबैसी की मौत को स्वीकार करते हुए एक बयान जारी कर उन्हें येरुशलम के रास्ते पर शहीद बताया, यह शब्द वे इजरायली सेना द्वारा मारे गए लड़ाकों के लिए इस्तेमाल करते हैं।
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कुबैसी के बारे में बताया जा रहा है कि वह हिजबुल्लाह के आतंकी समूह में 1980 के दशक में शामिल हुआ था। वर्षों से, उसने सटीक-निर्देशित मिसाइल कार्यक्रम सहित विभिन्न मिसाइल और रॉकेट इकाइयों की कमान संभाली। वह इज़राइल के खिलाफ हिजबुल्लाह की सैन्य रणनीति में गहराई से शामिल था। उसके समूह के भीतर वरिष्ठ सैन्य नेताओं के साथ घनिष्ठ संबंध थे।
कुबैसी ने हिजबुल्लाह के 2000 माउंट डोव ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाई थी, जिसमें तीन इजरायली सैनिकों का अपहरण किया गया था। बाद में सैनिक मृत पाए गए और 2004 में कैदियों की अदला-बदली के दौरान उनके शव वापस कर दिए गए। उस हाई-प्रोफाइल हमले में उसकी संलिप्तता ने हिजबुल्लाह की सैन्य शाखा में उसकी स्थिति को मजबूत किया।