उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के जहरीली शराब प्रकरण में रविवार को बड़ी कार्रवाई हुई। प्रशासन ने जिले के ग्राम पहाड़पुर स्थित उस शराब माफिया की दुकान को जेसीबी से ज़मींदोज कर दिया है, जहां की शराब पीने के बाद 12 लोगों की मौत हो गई थी। मौके पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और जिले के आला अधिकारी भारी पुलिस फोर्स के साथ मौजूद रहे।
इस मामले में आरोपित ग्राम प्रधान के घर को भी सील कर दिया गया है और जांच की जा रही है। यहां भी प्रशासन बुलडोजर चलाने की तैयारी में है, जिससे फरार ग्राम प्रधान के परिजन खौफ़जदा हैं। दुकान मालिक धीरेन्द्र सिंह को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ की जा रही है, जबकि सेल्समैन रामप्रताप को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
मंगलवार (25 जनवरी) को इसी शराब की दुकान की शराब पीने के बाद 12 लोगों ने अपनी जान गवां दी थी। जांच के बाद जिस शख़्स को मुख्य आरोपित माना जा रहा है वह बगल के गांव पिण्डारी का ग्राम प्रधान केतन उर्फ प्रवीण सिंह है। इस शराब ठेके का संचालन प्रवीण ही करता था और प्रतापगढ़ स्थित अपनी ससुराल से शराब लाकर दुकान में देता था। घटना के दिन भी दो पेटी शराब प्रतापगढ़ से ही आई थी। इस बात की जानकारी सेल्समैन रामप्रताप ने पुलिस को दी।
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उल्लेखनीय है कि जिले के महराजगंज क्षेत्र के ग्राम पहाड़पुर में रामधनी नाम के एक शख्स के यहां एक कार्यक्रम था, जिसमें करीब सौ लोगों को शराब परोसी गई थी। इसमें से 12 लोगों की जान चली गई और 35 अभी भी जीवन एवं मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं। इनमें से 25 का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है और बाकी को लखनऊ में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद से ही प्रशासन सक्रिया हो गया था। सरकारी ठेकों पर छापेमारी भी तेज़ हो गई, जिसका असर यह हुआ कि इस धंधे से जुड़े लोगों में अफरातफरी मच गई और सड़कों के किनारे और जंगलों में अवैध शराब को फेंकना भी शुरू कर दिया गया।