राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भारतीय कलाकारों के लिए हमेशा से खास रहा है। यह पुरस्कार देश के सबसे बड़े सम्मानों में से एक माना जाता है। बीते दिनों दिल्ली में 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की घोषणा हुई, जिसमें देशभर के कलाकारों को सम्मानित भी किया गया। हर बार की तरह इस बार भी सभी की निगाहे बेस्ट एक्टर और बेस्ट एक्ट्रेस के अवॉर्ड पर टिकी हुई थीं। इस साल बेस्ट एक्टर की रेस में कई बड़े-बड़े सितारों के नाम शामिल थे, जिनमें विक्की कौशल और अल्लू अर्जुन मुख्य थे। दोनों के बीच हुई इस जंग में बाजी अल्लू अर्जुन ने बाजी मार ली थी। अब विक्की कौशल ने यह पुरस्कार हारने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है
देश के सबसे प्रतिष्ठित और बहुप्रतीक्षित पुरस्कारों में से एक राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के 69वें संस्करण में बहुत सी फिल्मों का जलवा देखने को मिला। इन फिल्मों में ‘सरदार उधम’, ‘RRR’, ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ और ‘द कश्मीर फाइल्स’ का नाम शामिल है। शूजित सरकार द्वारा की गई निर्देशित और अभिनेता विक्की कौशल अभिनीत ‘सरदार उधम’ ने भी पांच पुरस्कार अपने नाम किए। लेकिन अभिनेता अल्लू अर्जुन से सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार हार गए। लेकिन अब अभिनेता विक्की कौशल ने खुलासा किया कि अल्लू अर्जुन से सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार हारने के बाद वह दुखी नहीं थे।
अभिनेता विक्की कौशल ने फिल्म के लिए अपनी सोच के बारे में आगे बताते हुए कहा कि वह बचपन से ही यह कहानी सुनते आ रहे हैं और उन्हें हमेशा आश्चर्य होता था कि लोगों को इसके बारे में जानकारी क्यों नहीं है। आखिरकार, जब मौका मिला तो यह मेरे लिए बहुत बड़ी बात थी। विक्की बोले, ‘उसके बाद, मुझे क्या मिला या क्या नहीं मिला, इन सबसे कोई मतलब नहीं था। मेरे लिए, कहानी का दुनिया तक पहुंचना, सराहा जाना यही सबसे जरूरी था।
विक्की कौशल के प्रोजेक्ट्स की बात करें तो अभिनेता को आखिरी बार फिल्म ‘जरा हटके जरा बचके’ में नज़र आये थे। इस फिल्म में उनके साथ अभिनेत्री सारा अली खान मुख्य भूमिका में दिखीं थीं। फिल्म को दर्शकों का खूब प्यार मिला था। विक्की जल्द ही मानुषी छिल्लर, मनोज पाहवा और कुमुद मिश्रा जैसे कलाकारों के साथ फिल्म ‘द ग्रेट इंडियन फैमिली’ में मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। इसके बाद, उनकी पाइपलाइन में ‘सैम बहादुर’ और ‘मेरे मेहबूब मेरे सनम’ हैं।