पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से सूबे में शुरू हुई हिंसा बदस्तूर अभी बी जारी है। इसी क्रम में इस बार बीजेपी का एक और दिग्गज नेता इन हिंसक घटनाओं की बलि चढ़ गया है। दरअसल, बीते 3 मई को एक राजनीतिक हिंसा के दौरान बीजेपी समर्थक देबव्रत मैती गंभीर रूप से घायल हो गए थे। गुरूवार को अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई है। देबव्रत मैती की मौत के बाद बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने अपना रोष व्यक्त किया है।
शुभेंदु अधिकारी ने किये की ट्वीट
देबव्रत मैती की मौत की जानकारी देते हुए गुरूवार को शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट कर दी। उन्होंने कहा कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र नंदीग्राम विधानसभा से आज सदमा पहुँचाने वाला समाचार। छिलाग्राम गाँव के श्री देबव्रत मैती ने आज दम तोड़ दिया। परिणाम आने के ठीक 1 दिन बाद 3 मई को तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने उनकी बेरहमी से पिटाई की थी। पश्चिम बंगाल असली परिवर्तन चाहता था, यह नहीं।
देबव्रत मैती की मौत के बाद शुभेंदु ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और कहा कि मैं दुख की इस घड़ी में मैती के परिवार वालों के साथ खड़ा हूँ और मुझे पूरा विश्वास है कि पश्चिम बंगाल के महान लोग भी उनके साथ खड़े हैं।
गुरूवार को शुभेंदु अधिकारी ने पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि देने के बाद ट्वीट किया कि आज रात को मैंने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। दिवंगत आत्मा के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। आत्मा को शाश्वत शांति मिले। मैं दुख की इस घड़ी में उनके परिवार के साथ खड़ा हूँ, न केवल उनके विधायक बल्कि इस पवित्र धरती के बेटे के रूप में भी। मुझे पूरा भरोसा है कि पश्चिम बंगाल के महान लोग भी उनके साथ खड़े होंगे।
शुभेंदु ने लिखा कि देवव्रत मैती मेरे निर्वाचन क्षेत्र नंदीग्राम में मतदाता थे। यकीन नहीं हो रहा है कि इस शब्द का उपयोग कर रहा हूँ। क्या यह मताधिकार का प्रयोग करने का परिणाम है? वोट देने के अपने संवैधानिक अधिकार का इस्तेमाल करने के अपराध के लिए उनकी हत्या कर दी गई। इस मूर्खतापूर्ण हिंसा से सन्न हूँ।