घुग्घुलपुर बलरामपुर में 121 करोड़ की लागत से 220 किलोवॉट का विद्युत उपकेंद्र की स्थापना होगी
बलरामपुर। शारदीय नवरात्र के शुभ अवसर पर देवीपाटन की पुण्यभूमि पर मौजूद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलरामपुर को सवा पांच सौ करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं की सौगात दी। जिले की पुलिस लाइन परिसर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 67 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इनमें बलरामपुर नगरपालिका परिषद में 124 करोड़ रुपये की लागत से सीवरलाइन बिछाने की योजना सबसे महत्वपूर्ण है।
शनिवार को बलरामपुर में लोकार्पित महत्वपूर्ण परियोजनाओं में तीन राजकीय उच्चीकृत माध्यमिक विद्यालय क्रमशः धर्मपुर, बिराहिमपुर व रमनगरा में, राजकीय पॉलिटेक्निक उतरौला बलरामपुर में 60 शैय्या वाले छात्रावास, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, रजवापुर विकास खण्ड, तुलसीपुर, पचपेड़वा में मिनी स्टेडियम, पं दीनदयाल उपाध्याय राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय, बालापुर शामिल है।
16 करोड़ की लागत से पुलिस लाइन में ट्रांजिट हॉस्टल का निर्माण होगा
इसके साथ ही सेफ सिटी परियोजना के प्रथम चरण में वीमेन पॉवर लाइन 1090 और यूपी 112 का एकीकरण, 25 पिंक बूथ निर्माण, 80 टर्मिनल काल सेंटर एवं डाटा विश्लेषिकी केंद्र का भी उद्घाटन हुआ। मुख्यमंत्री द्वारा जिन 52 परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई, उनमें नगरपालिका परिषद बलरामपुर में 124 करोड़ रुपये के खर्च से सीवरलाइन बिछाने का काम, घुग्घुलपुर बलरामपुर में 121 करोड़ की लागत से 220 किलोवॉट का विद्युत उपकेंद्र की स्थापना, 16 करोड़ की लागत से पुलिस लाइन में ट्रांजिट हॉस्टल का निर्माण, रेहरा ब्लॉक के ग्राम देउरी में महिलाओं के लिए आईटीआई की स्थापना, 12 करोड़ के खर्च से राजकीय महाविद्यालय गैसड़ी के भवन निर्माण कार्य जैसे बहुआयामी, जनहितकारी कार्य शामिल हैं।
इससे पहले शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने जनपद बलरामपुर में किंग जॉर्ज विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश लखनऊ के सेटेलाइट सेंटर ‘अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सा परिसर’ के अंतर्गत 300 शैय्यायुक्त चिकित्सालय के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया था। विकास परियोजनाओं को जनता को समर्पित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उन्होंने कहा कि ‘सबका साथ-सबका विकास’ हमारे लिए महज नारा नहीं मिशन है। विकास की दृष्टि से पिछड़ा बलरामपुर आकांक्षात्मक जनपद की श्रेणी में है। इसके विकास के लिए वर्तमान राज्य सरकार मनोयोग से कार्य कर रही है। अब बलरामपुर भी विकास की दौड़ में विकसित जिलों से होड़ लेगा।