आयुष्मान खुराना इन दिनों अपनी फिल्म ‘ड्रीम गर्ल 2’ की सफलता को जमकर सेलिब्रेट कर रहे हैं। आयुष्मान बॉलीवुड के जाने-माने कलाकारों में से एक हैं। अभिनेता के पास एक बड़ी उपलब्धि है, वह यह है कि उनके कई फिल्मों का रीमेक साउथ में भी बनाया गया है। उनकी ‘विक्की डोनर’ फिल्म को तेलुगु में ‘नरुदा डोनोरुदा’ के रूप में बनाया गया था। ‘अंधाधुन’ को तेलुगु में ‘मेस्ट्रो’ और मलयालम में ‘भ्रमम’ के रूप में बनाया गया था। ‘बधाई हो’ को तमिल में ‘वीटला विशेषमिन’ के रूप में और ‘आर्टिकल 15’ को तमिल में ‘नेन्जुकु नीधि’ के रूप में बनाया गया था। अब आयुष्मान खुराना ने साउथ इंडस्ट्री में काम करने की इच्छा जताई है।
हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में अभिनेता आयुष्मान ने कहा कि उन्हें लगता है कि वे दक्षिण की फिल्मों का रीमेक बनाने के बजाय उनकी खुद की फिल्मों का रीमेक बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा हमेशा ऐसी स्क्रिप्ट चुनने की रही है, जो अव्यवस्था को दूर करने वाली हो, जो दुर्लभ और नए हों। हम हमेशा से साउथ कंटेंट का रीमेक बनाते आये हैं, इसलिए जब भी वह वहां जाते हैं, तो नए विषय चुनने और उनका समर्थन करने को लेकर साउथ में उनके प्रति सम्मान की भावना होती है।
बॉलीवुड के किंग खान की फिल्म ‘जवान’ की अपार सफलता के बाद एटली कई लोगों के पसंदीदा निर्देशक बन गए हैं और कई लोगों की तरह आयुष्मान भी उनके साथ काम करने के लिए उत्साहित हैं, लेकिन उनकी बकेट लिस्ट में एक और अभिनेता है, जिसके साथ वह स्क्रीन शेयर करने के लिए बेताब हैं। उन्होंने कहा कि मुझे एटली या फहद फासिल के साथ सहयोग करना अच्छा लगेगा। मैं जानता हूं कि वे बहुत अलग हैं। दोनों नाम बिल्कुल अलग हैं, उनकी फिल्मोग्राफी भी अलग है, जहां एक तरफ ड्रीम गर्ल है तो दूसरी तरफ अंधाधुन है।
मलयालम फिल्म उद्योग के प्रति अपना प्यार जताते हुए आयुष्मान ने कहा कि मुझे मलयालम सिनेमा की सादगी पसंद है। उनकी फिल्में इतनी वास्तविक होती हैं, मानो उनमें कोई तात्कालिकता ही न हो। जब आप उन्हें देखते हैं तो आप फिल्म के माहौल के साथ घुल-मिल जाते हैं और उसका अहम हिस्सा बन जाते हैं।