विवादित ढांचा विध्वंस की बरसी से महज तीन दिन पूर्व रामनगरी अयोध्या को बम से उड़ाने की धमकी के चलते पूरी अयोध्या छावनी में तब्दील हो गई। साथ ही जिले को हाई अलर्ट पर रख दिया गया है। राम जन्मभूमि परिसर से सटे क्षेत्रों की जांच- पड़ताल की गई। सभी प्रवेश मार्गों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जांच के बाद ही लोगों को अयोध्या धाम में प्रवेश दिया जा रहा है।
गुरुवार को दिन भर सीआरपीएफ और ब्लैक कैट कमांडो के बूटों की आवाजें ही सुनाई दीं। गुरुवार को गुजरात के अहमदाबाद से किसी अज्ञात युवक ने डायल 112 पर कॉल करके अयोध्या को बम से उड़ाने की धमकी दी। धमकी भरा फोन मिलने के बाद अयोध्या की सुरक्षा बढ़ा दी गई। खुफिया संगठनों ने सभी पहलुओं पर पुलिस के साथ मिलकर जांच शुरू कर दी है। खुफिया एजेंसियां भीड़भाड़ वाले इलाके व होटल-धर्मशालाओं में संदिग्धों की तलाश में जुटी हैं। मंदिरों में भी लोगों को अलर्ट रहने को कहा गया है। इसके साथ ही रोडवेज, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन सहित अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों या रुकने वाले स्थानों पर चेकिंग कराई जा रही है।
एसएसपी शैलेश पांडेय खुद मोर्चा संभाले हुए थे। राम जन्मभूमि व अन्य मंदिरों ने एसएसपी ने जाकर सुरक्षा का जायजा लिया। साथ ही टीम के साथ पूरे दिन अयोध्या की सड़कों पर भ्रमण भी किया।
जन्मभूमि परिसर व कार्यशाला की भी बढ़ी सुरक्षा
-रामनगरी अयोध्या हमेशा से सुरक्षा को लेकर अलर्ट पर रहती है। विभिन्न अवसरों पर यहां सुरक्षा को लेकर अधिकारियों के द्वारा निर्देश जारी किये जाते हैं। मंदिर निर्माण के मद्देनजर रामलला व बन रहे मंदिर के साथ श्रीरामजन्मभूमि न्यास कार्यशाला की सुरक्षा भी बढ़ाई गयी है। वहीं चप्पे-चप्पे पर ब्लैक कैट कमांडों के दस्ते को तैनात किया गया है। पुलिस के अधिकारियों ने भारी पुलिस बल के साथ यलो जोन में रूट मार्च किया। सभी सुरक्षा के पॉइंट एक्टिवेट किए गए है।
क्षेत्राधिकारी अयोध्या के नेतृत्व में संपूर्ण यलो जोन पर एटीएस की टीम ने निरीक्षण किया। सीओ अयोध्या आरके चतुवेदी ने बताया कि अयोध्या के सभी बैरियर पर सघन चेकिंग की जा रही है। धमकी मिलने और छह दिसंबर को लेकर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। प्रवेश मार्गों पर सतर्कता बरती जा रही है।