उत्तर प्रदेश एटीएस टीम ने बीते मंगलवार को इस्लामिक विद्वान मौलाना कलीम सिद्दीकी को धर्मांतरण के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी मेरठ जिले से हुई है। बताया जा रहा है कि धर्मांतरण के आरोप में उनकी गतिविधियां संदिग्ध पाई गई हैं। गिरफ्तारी के बाद रात में मौलाना से एटीएस ने पूछताछ भी की है। इस पूछताछ के बाद एटीएस लखनऊ में बड़ा खुलासा करने वाली है। बताया जा रहा है कि मौलाना कलीम सिद्दीकी के साथ एटीएस ने तीन अन्य मौलाना और उनके ड्राइवर सलीम को भी गिरफ्तार किया है।
मौलाना कलीम सिद्दीकी के परिचितों ने थाने में किया हंगामा
मिली जानकारी के अनुसार, मौलाना कलीम सिद्दीकी की गिरफ्तारी तब हुई, जब वह मेरठ के लिसाड़ीगेट में हूमायुंनगर की मस्जिद माशाउल्लाह के इमाम शारिक के आवास पर एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद लौट रहे थे। इस कार्यक्रम के बाद वह रात नौ बजे इशा की नमाज के बाद वह अपने साथियों के साथ गाड़ी से वापस फुलत के लिए रवाना हो गए।
इस दौरान मौलाना कलीम सिद्दीकी के परिवार वालों ने उन्हें फोन भी किया। हालांकि उनका फोन स्विच ऑफ मिला। इसके बाद परिजनों ने इस बात की सूचना इमाम शारिक को दी। काफी देर तक जब मौलाना कलीम अपने घर नहीं पहुंचे तो उनके परिजनों और परिचितों ने उनकी तलाश शुरू की। हालांकि, इस दौरान भी उनका कोई पता नहीं चल सका। बाद लोगों की भीड़ लिसाड़ीगेट थाने पर जुट गई। देर रात तक हंगामा चलता रहा। कुछ समय बाद जानकारी मिली कि मौलाना को एटीएस ने हिरासत में ले लिया है।
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आपको बता कि फुलत के मौलाना कलीम सिद्दीकी का इस्लामिक विद्वानों में नाम शुमार है। वह फुलत के मदरसा जामिया इमाम वलीउल्लाह इस्लामिया के निदेशक भी हैं। सात सितंबर को मुंबई में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के द्वारा आयोजित राष्ट्र प्रथम और राष्ट्र सर्वोपरि कार्यक्रम में भी मौलाना कलीम शामिल हुए थे।