पंजाब में अमृतपाल सिंह की तलाश जारी है। वहीं उसके समर्थकों की धरपकड़ जारी है। सभी आरोपियों को असम में डिब्रूगढ़ की सेंट्रल जेल में कैद किया जा रहा है। यहीं इनसे पूछताछ की जा रही है।
इस बीच, पंजाब तथा हरियाणा हाई कोर्ट में मामले की सुनवाई हुई। हाई कोर्ट ने भगवंत मान सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि यह पूरी तरह से इंटेलिजेंस की नाकामी है। पूछा, ‘80,000 पुलिस वाले ऐसा क्यों कर रहे हैं?’
पंजाब सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, तरनतारन, फिरोजपुर, मोगा, संगरूर के साथ ही अमृतसर के कुछ हिस्सों में 23 मार्च दिन में 12 बजे तक सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, सभी एसएमएस सेवाएं (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) और मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली सभी डोंगल सेवाएं (वॉयस कॉल को छोड़कर) निलंबित रहेंगी। सरकार के मुताबिक, सार्वजनिक सुरक्षा के हित में यह फैसला लिया गया है।
अमृतपाल सिंह पर विश्व हिंदू परिषद का बयान
खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ पंजाब पुलिस की कार्यवाही का विश्व हिंदू परिषद ने स्वागत किया है। विश्व हिंदू परिषद के विनोद बंसल ने कहा, अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पंजाब पुलिस, पंजाब और केंद्र सरकार द्वारा किया जा रहा काम सराहनीय है। देश विरोधी तत्वों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। भारत के झंडे पर हमला करने वाले खालिस्तान समर्थकों पर कार्रवाई की जरूरत थी।
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विनोद बंसल ने आगे कहा, जो भी आईएसआई, पाकिस्तान, अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन द्वारा वित्तपोषित है, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। इस घटना का राजनीतिकरण करने वाले नेताओं को दलगत राजनीति की अनदेखी करते हुए इसकी निंदा करनी चाहिए। हम किसी को देश की भावनाओं को आहत नहीं करने दे सकते।