एक रिपोर्ट के अनुसार हाल ही में हुए यूपी में रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में पसमांदा वर्ग के मुसलमानों ने भाजपा को अच्छी खासी संख्या में वोट दिया। ऐसे में भाजपा मुसलमानों को लेकर सॉफ्ट नीति अपना रही है और उन्हें अपने साथ जोड़ने की कोशिश में है। भाजपा के इस बदलाव को लेकर AIMIM पार्टी के प्रवक्ता वारिस पठान ने बीजेपी के घेरा है।
इंडिया टीवी के एक डिबेश शो में वारिस पठान से एंकर सौरव शर्मा ने पूछा कि अगर पीएम मोदी चाहते हैं कि गरीब मुसलमानों तक विकास पहुंचे, तो क्या तब भी आप कहेंगे कि मुसलमानों का विश्वास हासिल करने में कोई खामी है?
इसपर वारिस पठान ने कहा कि मोदी जी हिंदू के ही नहीं, पूरे भारत के प्रधानमंत्री हैं। लेकिन कुछ बोलने और उसे करने में फर्क है। एक तरफ तो वो मुसलमानों तक पहुंचना चाहते हैं लेकिन दूसरी तरफ हमारी बेटियों को हिजाब पहनकर स्कूलों में जाने से रोका जाता है। हम चाहते हैं कि उनके एक हाथ में कलम हो तो दूसरे हाथ में कुरान हो। लेकिन उनके कहने और करने में जमीन आसमान का फर्क है।
वारिस पठान ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि मुझे बताइए कि भाजपा ने कितने मुस्लिमों को सांसद, विधायक बना दिया। तो सबका साथ कैसे हुआ? AIMIM प्रवक्ता ने कहा, “भाजपा की एक नेता मुस्लिमों की भावनाओं को आहत करती है, इसपर भाजपा कोई और कार्रवाई नहीं बल्कि सिर्फ सस्पेंड करती है। पठान ने कहा कि मुस्लिमों के लिए इन्हें कुछ करना होता तो मोदी जी जुबान खोलते और बर्बरता पर बोलते।
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वारिस पठान ने कहा, “ये आगे भी मुसलमानों को सिर्फ हथेली पर चांद दिखाएंगे। इसके सिवा ये कुछ नहीं करेंगे। अगर इनकी मंशा में मुस्लिमों के लिए कुछ करना होता तो आज भी मुसलमानों के साथ जो बर्बरता हो रही है, उसपर मोदी जी अपनी जुबान खोलते और अपने लोगों से कहते कि किसी को राम के नाम पर मत मारो। किसी बेहगुनाह की जान नहीं लो, पर मोदी जी सब खामोशी से देख रहे हैं। लेकिन देश का युवा अब जागरूक हो चुका है, अब इनके झांसे में नहीं आएगा।