बिहार में हुए विधानसभा चुनाव में महागठबंधन पूरी तरह से विफल नजर आई। राजद और कांग्रेस की जोड़ी सूबे में मोदी की लोकप्रियता के आगे फीकी साबित हुई। हालांकि, महागठबंधन को मिली इस हार का ठीकरा कांग्रेस के सिर फोड़ा जा रहा है। अब कांग्रेस ने भी इस हार की जिम्मेदारी अपने सिर पर उठा ली है। दरअसल, कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने ट्विटर के माध्यम से बिहार में महागठबंधन को मिली हार की वजह अपमी ही पार्टी को बताया है।
महागठबंधन की मक्जोर कड़ी साबित हुई कांग्रेस
तारिक अनवर ने गुरुवार सुबह ट्वीट कर लिखा कि हमें सच को स्वीकार करना चाहिए। कांग्रेस के कमजोर प्रदर्शन के कारण महागठबंधन की सरकार से बिहार महरूम रह गया। कांग्रेस को इस विषय पर आत्म चिंतन ज़रूर करना चाहिए कि उस से कहां चूक हुई? MIM की बिहार में एंट्री शुभ संकेत नहीं हैं।
बता दें कि तारिक अनवर कांग्रेस के महासचिव हैं और मूलरूप से बिहार से ही आते हैं। तारिक ने इसके अलावा नीतीश कुमार को लेकर भी ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि भाजपा की मेहरबानी रही तो नीतीश जी इस बार अंतिम रूप से मुख्यमंत्री का शपथ लेंगे, देखते हैं ‘बकरे की मां कब तक खैर मनाएगी।
तारिक अनवर ने कहा कि कांग्रेस की सीमांचल क्षेत्र में ओवैसी की ताकत को कम आंकना एक गलती थी, महागठबंधन को जनता का जनादेश स्वीकार करके विपक्ष में बैठना चाहिए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार बनाने के लिए महागठबंधन को ओवैसी की पार्टी से समर्थन नहीं लेना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस के जो 19 विधायकों को जीते हैं मुझे नहीं लगता है कि वह टूटेंगे, जोड़-तोड़ कर के महागठबंधन को सरकार बनाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। इनके अलावा राजद विधायक अख्तरुल इमाम ने भी कहा कि लोग जानते हैं कि हम किनकी वजग से चुनाव नहीं जीत पाए हैं।
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आपको बता दें कि अभी हाल ही में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को 110 सीटें हासिल हुई हैं, जिसमें से कांग्रेस के खाते में मात्र 19 सीटें ही आई हैं। इस चुनाव में कांग्रेस को 10 फ़ीसदी से भी कम वोट हासिल हुए हैं.