लखनऊ। लखनऊ में शुक्रवार को किसान नेताओं ने कहा कि प्रदेश में अवैध रूप से काम कर रहे बिल्डरों को नहीं करने देंगे काम। हुआ यूं कि भारतीय किसान यूनियन (भानू) का शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन हुआ। सैकड़ो की संख्या में किसान यूनियन के लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे। किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि राजधानी में सैकड़ों बीघा तालाब, खेल का मैदान, रेलवे की जमीनों को बिल्डरों द्वारा कब्जाए गये हैं।
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भारतीय किसान यूनियन(भानू)
भानू गुट यूनियन के लोगों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के जरिये जांच और कार्यवाई की मांग की। यूनियन ने बिल्डरों पर अधिकारियों से मिली भगत का आरोप लगाया। यूनियन ने प्रशासन को जांच कर कार्यवाई करने का 10 दिन का समय दिया। उत्तर प्रदेश प्रभारी भानु गुट आशू चौधरी ने कहा कि अंसल एपीआई के अंदर दर्जनों ग्राम सभा ऐसी हैं जिसपर किसानों की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा किया गया है।
हमें शिकायत मिली तो हमने कार्रवाई शुरू की। जांच की बात अधिकारी कह रहे हैं लेकिन उसपर कार्रवाई क्या हुई। अंसल तीन हजार एकड़ में हजारों बीघे सरकारी जमीन है। सरकार के लोग कहते हैं गलती किसानों की है। तालाब पट जाएंगे खेत खत्म हो जाएंगे तो जानवर क्या खाएगा। 74 साल में किसानों को कहां आजादी मिली है। हमने ज्ञापन दिया है सरकारी जमीनों को छुड़वाइये। खेल का मैदान बच्चों के लिये बनाया जाए यह सरकार से मांग है। उत्तर प्रदेश के अंदर अवैध रूप से काम कर रहे बिल्डरों को काम नहीं करने देंगे। आंदोलन करेंगे आखिरी रास्ता इन अवैध् बिल्डरों के खिलाफ न्यायालय जाएंगे।