इजराइली हमलों के बीच ईरान ने इस्लामी देशों से मांगी मदद, दिया ख़ास सन्देश

बीते दिनों इजराइल पर लगभग 200 मिसाइलों से किये गए हमले बेनतीजा निकलने के बाद अब ईरान अन्य मुस्लिम देशों से मदद की गुहार लगाता नजर आ रहा है। दरअसल, शुक्रवार को ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने राष्ट्र के नाम एक सन्देश दिया है। उन्होंने अपने संदेश में दुश्मन की योजनाओं को विफल करने का संकल्प लेते हुए कहा है कि सभी मुस्लिम देशों का एक साझा दुश्मन है।

ईरान द्वारा किये गए हमले वैध

खामेनेई ने कहा कि मुस्लिम देशों को अफगानिस्तान से लेकर यमन तक, ईरान से लेकर गाजा और लेबनान तक रक्षा की बेल्ट बांधनी होगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि हर देश को हमलावरों से खुद की रक्षा करने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि ईरान इजरायल को जवाब देने में न तो देरी करेगा और न ही जल्दबाजी करेगा।

खामेनेई ने कहा कि हमास द्वारा बीते दिनों इजरायल पर किया गया हमला वैध था।  उन्होंने मंगलवार को ईरान द्वारा किये गए मिसाइल हमले को भी वैध बताया। हालांकि, यह हमला काफी हद तक अप्रभावी माना गया था लेकिन इससे क्षेत्र में व्यापक युद्ध की आशंका बढ़ गई थी। उन्होंने कहा कि कुछ रात पहले हमारे सशस्त्र बलों की शानदार कार्रवाई पूरी तरह से वैध थी।

उन्होंने इजरायल पर नागरिकों की हत्याओं के ज़रिए अपने संघर्षों को जीतने का ढोंग  करने का भी आरोप लगाया। ईरानी सर्वोच्च नेता ने संयुक्त राज्य अमेरिका पर भी निशाना साधा और उस पर क्षेत्र के संसाधनों को जब्त करने के बहाने इजरायल की रक्षा करने का आरोप लगाया।

खामेनेई ने इस बात पर भी जोर देकर कहा कि वह अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी हिज़्बुल्लाह और हमास पर कभी भी विजयी नहीं कर पाएगा। उन्होंने लेबनान में लड़ाकों से यह भी कहा कि रक्तपात से उनकी ताकत कम नहीं होनी चाहिए और क्षेत्र में प्रतिरोध बल इज़राइली आक्रमण के खिलाफ़ पीछे नहीं हटेंगे।

इजराइल जवाबी हमले के विकल्पों पर विचार कर रहा है

खामेनेई की यह टिप्पणी ईरान द्वारा लेबनान में तेहरान के सहयोगी हिजबुल्लाह को निशाना बनाकर किए गए इजरायली हमलों के जवाब में इजरायल पर अब तक के सबसे बड़े हमले में 180 से अधिक मिसाइलें दागने के बाद आई है। इजरायल वर्तमान में इजरायल पर जवाबी हमले के लिए अपने विकल्पों पर विचार कर रहा है, साथ ही तेहरान की तेल सुविधाओं पर संभावित हमले की अटकलें लगाई जा रही हैं।

रिपोर्टों से पता चला है कि ईरान समर्थित हिजबुल्लाह को लेबनान में इजरायली अभियान में भारी नुकसान होने के बाद खामेनेई ने व्यक्तिगत रूप से इजरायल पर हमले का आदेश दिया था। नसरल्लाह की मौत के बाद, खामेनेई को एक सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। खामेनेई ने लेबनान के हिजबुल्लाह नेता नसरल्लाह की हत्या पर दुख व्यक्त किया और कहा कि उनकी मृत्यु को बहुत दुखद माना जाता है, उन्होंने इसे एक बड़ी घटना बताया।

यह भी पढ़ें: जाकिर नाइक ने अनाथ लड़कियों को सम्मान देने से किया इनकार, बताई इसकी वजह   

आपको बता दें कि ईरान द्वारा किये गए मिसाइल हमलों के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने वादा किया था कि उनके कट्टर दुश्मन ईरान को इस मिसाइल हमले की कीमत चुकानी होगी। अमेरिका ने भी अपने पुराने सहयोगी के लिए पूरा समर्थन व्यक्त किया था।