शुरू होने से पहले ही प्रशासन ने कुचला पीडीपी का प्रदर्शन, भड़क उठी महबूबा

बीते दिनों केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर की जमीन को लेकर लागू किये गए नए कानून के खिलाफ पीडीपी ने जब प्रदर्शन किया, तो प्रशासन ने यह प्रदर्शन शुरू होने से पहले ही ख़त्म कर दिया। दरअसल, प्रदर्शन की सूचना मिलते ही प्रशासन मुस्तैद हो गई और राज्यसभा सांसद खुर्शीद आलम सहित कई नेताओं को हिरासत में ले लिया। इसी बीच पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने प्रशासन पर जमकर आरोप लगाए हैं।

पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने ट्वीट कर बताया कि श्रीनगर में प्रशासन ने पार्टी कार्यालय को सील कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि शांति से विरोध प्रदर्शन करने पर भी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसी तरह का एक प्रदर्शन जब जम्मू में हुआ तो उसे प्रशासन ने अनुमति दी, फिर यहां हमें क्यों रोका जा रहा है? 

उन्होंने कहा कि क्या आपके हिसाब से कश्मीर के सामान्य माहौल की यही परिभाषा है, जिसे आप दुनिया के सामने रखते हैं? एक अन्य ट्वीट में महबूबा ने कहा कि हम साथ मिलकर आवाज बुलंद करना जारी रखेंगे। हम कश्मीर की जनसांख्यिकी को बदलने के प्रयासों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने इस ट्वीट में यह भी कहा कि वाहिद पारा, सुहैल बुखारी, रऊफ भट और मोहित भान समेत अन्य कई लोगों को हिरासत में लिया गया है।

पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की जमीन को लूटने का जो कानून भाजपा ने पास किया है उसके खिलाफ आज पीडीपी के लोग प्रदर्शन करने जा रहे थे, उनको गिरफ्तार किया, रात को घर से उठाया गया। मैंने थाने में उनसे मिलने की कोशिश की तो मुझे रोक दिया गया। जम्मू-कश्मीर को एक जेल में तब्दील कर दिया गया है।

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महबूबा ने कहा कि ये लोग जम्मू-कश्मीर के संसाधन लूट के ले जाना चाहते हैं। भाजपा ने गरीब को दो वक्त की रोटी नहीं दी, वो जम्मू-कश्मीर में जमीन क्या खरीदेगा? दिल्ली से रोज एक फरमान जारी होता है, अगर आपके पास इतनी ताकत है तो चीन को निकालो जिसने लद्दाख की जमीन खाई है, चीन का नाम लेने से थरथराते हैं।