होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे पर कार्रवाई करने के लिए शासन ने जांच रिपोर्ट का परीक्षण शुरू कर दिया है। अपर मुख्य सचिव होमगार्ड्स अनिल कुमार ने बताया कि रिपोर्ट का परीक्षण करने के बाद ही निलंबन की घोषणा की जाएगी और विभागीय जांच शुरू की जाएगी। डीआईजी होमगार्ड संतोष कुमार ने अपनी जांच रिपोर्ट को सोमवार को डीजी बीके मौर्य को सौंपा था। डीजी ने इसे शासन को भेज दिया था। रिपोर्ट में महोबा में तैनात कमांडेंट मनीष दुबे को निलंबित करने और विभागीय जांच शुरू करने की सिफारिश की गई है।
आपको बता दे, अनिल कुमार ने सोशल मीडिया में चल रही उन अटकलों को खारिज कर दिया है जिनमें मनीष दुबे के निलंबन की बात कही जा रही है। अनिल कुमार ने कहा कि परीक्षण पूर्ण नहीं होने तक निलंबन का निर्णय नहीं होगा। जानकारी के मुताबिक, इस प्रकरण में जांच कर रहे डीआईजी संतोष कुमार को ज्योति मौर्य के पति आलोक मौर्या ने कुछ कॉल रिकॉर्डिंग दी थी। इनमें से एक रिकॉर्डिंग में ज्योति और मनीष आपस में आलोक को रास्ते से हटाने, ठिकाने लगाने, कहानी खत्म करने… जैसे शब्द बोलते पाए गए हैं। जब मनीष से इस बारे में पूछताछ की गई तो उसने कहा कि वे आलोक से तलाक लेने की बात कह रहे थे। हालांकि डीआईजी ने इस बातचीत को बेहद गंभीर मानते हुए पुलिस से जांच कराने का आदेश दिया है। जब मामला दर्ज होगा, तो ज्योति और मनीष के मोबाइल फोन, सीडीआर आदि की गहनता से पड़ताल की जाएगी।
वहीं, जांच के दौरान पीसीएस ज्योति मौर्य ने अपने बयान को लिखकर भेजा था, बजाये कि खुद पेश होने। उन्होंने अपने बयान में खुद को निर्दोष करार दिया है। उन्होंने लिखा कि उनका पति के साथ विवाद चल रहा है। मामला कोर्ट में है और वह अदालत के समक्ष अपनी बात रखेंगी।