प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रीति रिवाज के नए संसद भवन का उद्घाटन किया। संसद भवन के उद्घाटन के साथ ही इसपर सियासत भी शुरू हो गई है। कांग्रेस समेत कई दलों ने उद्घाटन का बहिष्कार किया तो आरजेडी के एक बयान से विवाद छिड़ गया।
RJD ने नए संसद की ताबूत से तुलना की
लालू की पार्टी आरजेडी ने संसद के उद्घाटन के बाद ट्विटर पर एक पोस्ट की, जिसमें नए संसद भवन की तुलना ताबूत से की गई। आरजेडी ने कहा कि नए संसद का ढांचा ताबूत की तरह का है और जल्द ही देश की जनता मोदी सरकार को ताबूत में बंद कर देगी।
ओवैसी ने कसा तंज
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आरजेडी के बयान पर हमला बोला। उन्होंने कहा आरजेडी का कोई स्टैंड नहीं है और संसद की तूलना ताबूत से कर बड़ी गलती की है। वे कुछ और भी कह सकते थे, उन्हें यह एंगल लाने की क्या जरूरत है? ओवैसी ने कहा कि पुराने संसद भवन को दिल्ली फायर सर्विस से क्लीयरेंस तक नहीं था, इसलिए नए भवन की जरूरत थी।
‘ओम बिरला से उद्घाटन कराना चाहिए था’
ओवैसी ने कहा कि आरजेडी कभी खुद को सेक्युलर बोलते हैं कभी भाजपा से निकले हुए नीतीश कुमार को अपना मुख्यमंत्री बना लेते हैं। हालांकि, ओवैसी ने कहा कि बेहतर होता अगर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला नए संसद भवन का उद्घाटन करते।
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कांग्रेस का पीएम मोदी पर तंज
कांग्रेस ने नए संसद भवन का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि ‘‘संसदीय प्रक्रियाओं की पूरी तरह से अवहेलना करने वाले आत्म-गौरवशाली सत्तावादी प्रधानमंत्री’’ ने नया परिसर खोल दिया है।