बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों बिहार की राजधानी पटना में हैं. राजधानी से सटे नौबतपुर में वह हनुमंत कथा कर रहे हैं. बागेश्वर वाले बाबा की कथा में एक तरफ श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है तो दूसरी तरफ उनके दौरे को लेकर सियासत भी खूब गर्म है. बीजेपी बाबा बागेश्वर का समर्थन में है तो आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. आरजेडी और कांग्रेस के माननीय बाबा के मिशन सनातन पर तंज कस रहे हैं. बिहार ही नहीं, झारखंड में भी बाबा के खिलाफ आवाज उठी है. झारखंड में कांग्रेस के एक विधायक ने तो बाबा को चैलेंज कर दिया है.
झारखंड से कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने बाबा को चैलेंज करते हुए कहा कि मैं बाबा को कहूंगा कि आप इस मंच पर अल्लाह हू अकबर का नारा लगाओ. उन्होंने कहा जैसे इरफान अंसारी जय बजरंग बली का नारा लगाता है, वैसे ही आप भी अपने मंच के अल्लाह हू अकबर या फिर या अली का नारा लगाइए.
इरफान अंसारी को तो बाबा शब्द से भी दिक्कत है. उन्होंने कहा, एक बाबा उत्तर प्रदेश में है, अब ये नया बाबा कहां से आ गया. जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव पास आएगा, नए-नए बाबा आएंगे. वो किसी पार्टी के लिए प्रचार कर रहे हैं.
कांग्रेस ही नहीं, जेडीयू भी बाबा पर हमलावर है. जेडीयू नेता खालिद अनवर ने तो बाबा के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दे डाली. अनवर ने कहा, बाबा को क्या जरूरत है ये कहने की कि देश हिंदू राष्ट्र बनेगा और सभी को जय श्रीराम बोलना पड़ेगा. क्या आप किसी राजनीतिक पार्टी के एजेंडे पर काम करने के लिए आए हैं.
उन्होंने आगे कहा, जो भी होगा, अगर इस तरह की हरकत करेगा, समाज में नफरत फैलाएगा, टकराव को बढाएगा, ऐसे लोगों के खिलाफ हम लोग चुन-चुनकर कार्रवाई करेंगे.
तो वही एक तरफ़ राष्ट्रीय जनता दल जहां शास्त्री के पटना दौरे को लेकर शुरू से विरोध में खड़ी है, वहीं भाजपा के कई वरिष्ठ नेता हनुमंत कथा में शामिल हो चुके हैं। राजद के नेता और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव कथा में जाने से साफ इनकार कर दिया था। वहीं भाजपा महागठबंधन पर हिंदू विरोधी होने का आरोप लगा रही है। अब लालू यादव ने बागेश्वर बाबा को जानते ही नहीं है।
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दूसरी ओर भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने साफ तौर पर कहा कि लालू यादव हों या तेजस्वी-नीतीश, ये लोग वहीं जाना पसंद करते हैं, जहां जालीदार टोपी हो। उन्होंने कहा कि हनुमंत कथा से वोट बैंक की राजनीति पूरी नहीं हो रही है, इसलिए तेजस्वी यादव बागेश्वर बाबा के दरबार में नहीं जा रहे हैं।