कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने बेंगलुरु के एक होटल में पार्टी का कर्नाटक चुनाव घोषणापत्र जारी किया। उनके साथ राज्य कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार और पूर्व सीएम सिद्धारमैया भी थे। कांग्रेस की कर्नाटक इकाई ने राज्य विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को अपना घोषणापत्र जारी किया जिसे उसने ‘‘सर्व जनांगदा शान्तिय तोटा’’ नाम दिया है। ‘‘सर्व जनांगदा शान्तिय तोटा’’ का हिन्दी में अर्थ ‘‘सभी लोगों के लिए शांति का बगीचा’’ है। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 10 मई को और मतगणना 13 मई को होगी।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ भारतीय जनता पार्टी द्वारा अपने चुनावी वादों का अनावरण करने के एक दिन बाद, कांग्रेस ने मंगलवार को अपना चुनावी घोषणापत्र जारी किया। कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, राज्य इकाई के अध्यक्ष डीके शिवकुमार और घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष डॉ परमेश्वरजी सहित पार्टी के अन्य नेताओं की उपस्थिति में सुबह 9.30 बजे बेंगलुरु में घोषणापत्र जारी किया गया। इस बीच पीएम मोदी जिलों में रोड शो और जनसभाएं करेंगे।
हम बेंगलुरु ट्रैफिक को आसान बनाने की कोशिश करेंगे: डीके शिवकुमार
चुनाव घोषणापत्र के बारे में बोलते हुए, राज्य कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार ने कहा, यह हमें बहुमत हासिल करने में मदद करेगा क्योंकि यह जन-केंद्रित है। यह कर्नाटक को वैश्विक कर्नाटक के रूप में ब्रांड करेगा। हम बेंगलुरु में ट्रैफिक को कम करने की कोशिश करेंगे और 2 और 3 टियर शहरों में रोजगार के अवसर सुनिश्चित करेंगे।
कांग्रेस ने कर्नाटक चुनाव घोषणापत्र जारी किया, युवाओं, महिलाओं को बढ़ावा
कांग्रेस पार्टी के चुनावी घोषणापत्र के अनुसार, उनके प्रमुख वादों में बेरोजगार युवाओं के लिए भत्ता, महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति का विकास और बजरंग दल और पीएफआई पर प्रतिबंध शामिल हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष डी के शिवकुमार तथा कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया सहित अन्य पार्टी नेताओं की उपस्थिति में घोषणापत्र जारी किया जिसमें गृह ज्योति, गृह लक्ष्मी, अन्न भाग्य, युवा निधि एवं शक्ति की पांच गारंटी दोहराई गई हैं। घोषणापत्र के मुताबिक, गृह ज्योति के तहत 200 यूनिट नि:शुल्क बिजली देने का वादा किया गया है, वहीं गृह लक्ष्मी में परिवार की मुखिया को दो हजार रुपए तथा अन्न भाग्य में दस किलोग्राम अनाज देने का वादा किया गया है।
इस घोषणापत्र में कहा गया है कि युवा निधि के तहत बेरोजगार स्नातकों को एक माह में तीन- तीन हजार रुपए तथा डिप्लोमाधारी बेरोजगारों को डेढ़- डेढ़ हजार रुपए दिए जाएंगे। खरगे ने राज्य में पार्टी की सरकार बनने पर पहले दिन ही घोषणापत्र के वादों को लागू करने का आश्वासन दिया।
घोषणापत्र में पांच गारंटी का उल्लेख करते हुए खरगे ने कहा, ‘‘मैं छठवीं गारंटी देता हूं कि सभी वादों को सरकार गठन के पहले दिन, मंत्रिमंडल की पहली बैठक में लागू किया जाएगा।’’ घोषणापत्र में कहा गया है कि शक्ति योजना के तहत सभी महिलाओं को राज्य भर में केएसआरटीसी / बीएमटीसी बसों में नि:शुल्क यात्रा की सुविधा दी जाएगी। पार्टी ने कहा कि भाजपा द्वारा राज्य में पारित किए गए ‘‘अन्यायपूर्ण सभी कानूनों’’ तथा ‘‘अन्य जन विरोधी कानूनों’’ को सत्ता में आने के एक वर्ष के भीतर ही रद्द कर दिया जाएगा।
कांग्रेस का घोषणापत्र धर्मनिरपेक्ष पार्टी जैसा नहीं दिखता: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा
कांग्रेस पार्टी के कर्नाटक चुनाव घोषणापत्र के बारे में बात करते हुए, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने कहा, “कांग्रेस कह रही है कि वे बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाएंगे। उन्होंने पीएफआई पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया? सिद्धारमैया ने पीएफआई नेताओं के खिलाफ केस वापस क्यों लिया? आपने केरल में मुस्लिम लीग के साथ गठबंधन क्यों किया? कांग्रेस का घोषणापत्र किसी धर्मनिरपेक्ष पार्टी के घोषणापत्र जैसा नहीं लगता।