एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद पुलिस की आलोचना करते हुए कहा कि उन लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिन्होंने रामनवमी के जुलूस के दौरान नाथूराम गोडसे के पोस्टर प्रदर्शित किए. ओवैसी ने कहा, ‘अगर कोई ओसामा बिन लादेन की तस्वीर लेकर निकलता तो पुलिस उसके घर के दरवाजे-खिड़की तोड़ देती. इसके साथ ही यह ब्रांडिंग करने से भी नहीं चूकती कि मजलिस की वजह से हैदराबाद आतंकवादियों का अड्डा बन गया है.’ उन्होंने कहा, ‘कोई कहता है कि मैं हिंदू राष्ट्र’ बनाऊंगा… हैदराबाद में नाथूराम गोडसे के पोस्टर लहराए जाते हैं. मैं समझ नहीं पा रहा हूं… गांधी का हत्यारा नाथूराम गोडसे भारत का पहला आतंकवादी था. उसकी तस्वीर के साथ लोग नाचते हैं. ये कौन लोग हैं जो हैदराबाद में गोडसे की तस्वीर के साथ नाच रहे हैं?’
नीतीश कुमार पर भी बोला तीखा हमला
बेहद आक्रामक अंदाज में ओवैसी ने कहा, ‘गांधी को मारने वाले गोडसे की तस्वीर के साथ नाच रहे लोग कौन हैं? गोडसे भारत का पहला आतंकवादी था.’ ओवैसी ने कहा, ‘बताओ, तुम्हारा उनसे क्या संबंध है? वे ऐसे शांत रहे मानो उन्होंने टीवी पर भाईजान की फोटो देखी हो.’ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी तीखा हमला बोलते हुए ओवैसी ने कहा, ‘बिहार में पंथनिरपेक्ष सरकार है. फिर भी वहां एक मदरसे में आग लगा दी जाती है. जब मैं वहां चुनाव लड़ता हूं तो वे कहते हैं कि आप चुनाव क्यों लड़ रहे हैं. अब आप चुप क्यों हैं जब एक मदरसे में आग लगा दी गई है? आप इतना नीचे कैसे गिर सकते हैं?’
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मुझे कोई खरीद नहीं सकता
ओवैसी ने कहा, ‘वहां के मुख्यमंत्री कभी इस तरफ होते हैं और कभी उस तरफ. उन्होंने कुछ नहीं कहा क्योंकि वह पंथनिरपेक्ष हैं. उनका कहना है कि ओवैसी एजेंट हैं. अरे नीतीश कुमार, क्या आप कोर्ट के सामने बैठे हैं कि आप एजेंट कौन है या नहीं इसका सर्टिफिकेट देंगे? मैं गरीब लोगों की टीम से हूं. मैं चुनाव जीतूं या हारूं, यह अल्लाह का फैसला है, मुझे कोई नहीं खरीद सकता.’