‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ से अपने अभिनय का सिक्का जमाने वाली स्मृति ईरानी आज अपना 47वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। छोटे पर्दे की इस संस्कारी बहू ने जब राजनीति में कदम रखा, तो वहां भी अपनी छाप छोड़ी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय को उन्होंने बखूबी संभाला और बतौर टेक्सटाइल मिनिस्टर भी उन्होंने कई अहम फैसले लिए।
दिल्ली से की थी शुरुआत
साल 1976 की 23 मार्च को स्मृति का जन्म दिल्ली में हुआ। उन्होंने होली चाइल्ड ऑग्जीलियम स्कूल में 12वीं क्लास तक पढ़ाई की और स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग, दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्राचार की डिग्री हासिल की। कुछ कर दिखाने की ख्वाहिश उन्हें मुंबई लेकर आ गई। पहले मिस इंडिया में पार्टिसिपेट किया और फर्स्ट रनर अप बनीं। इसके बाद उन्होंने मुड़कर नहीं देखा। फिर वह ‘हम हैं कल आज और कल’,’ कविता’ में नजर आईं।
2019 में राहुल गांधी को दी मात
स्मृति ईरानी को पहचान तब मिली जब वो एकता कपूर के सीरियल ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ में नजर आईं। इस सीरियल की बदौलत उन्हें घर-घर में ‘तुलसी’ के नाम से जाना जाने लगा। साल 2003 में स्मृति ईरानी ने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की और अपनी मेहनत और लगन के बल पर साल 2019 में अमेठी से राहुल गांधी को शिकस्त दी।