रामचरितमानस विवाद के बीच मानस की प्रतियां जलाए और फाड़े जाने के पर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने इसे अंतर्राष्ट्रीय साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह सनातन धर्म के खिलाफ साजिश है।
रामचरितमानस विवाद को लेकर देश भर में साधू संतों में आक्रोश है। इसी बीच रिपब्लिक टीवी ने बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर से मानस विवाद पर बात की।
बागेश्वर पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि “यह बेहद निंदनीय कार्य है। सनातन के खिलाफ हो रही साजिश के खिलाफ सभी सनातनियों को एक होना होगा। रामचरितमानस की प्रतियां जलाना बहुत ही निंदनीय है। यह एक इंटरनेशनल साजिश का हिस्सा है।”
कौन हैं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री?
बता दें कि बागेश्वर पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हाल ही में सुर्खियों में आए थे, जब उनके ऊपर अंधविश्वास को बढ़ावा देने के आरोप लगे थे। अपने ऊपर लगे आरोपों पर बाबा बागेश्वर ने रिपब्लिक टीवी से बात की। उन्होंने कहा कि ‘हम पूछना चाहते हैं कि दूसरे धर्मों के लोग भी अपने धर्म का प्रचार-प्रसार करते हैं, तो हम अगर ऐसा कर रहें तो हम पर ही हमला क्यों होता है?’
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने अपने ‘चमत्कारों’ को बागेश्वर धाम सरकार की कृपा बताते हुए कहा कि, हम कोई फेस रीडिंग नहीं करते हैं। हम धाम में आने वाले लोगों के परेशानियों का हल ‘हनुमान जी’ से पूछकर उन्हें बताते हैं। उन्होंने कहा कि हम एक साधारण भगवान के भक्त हैं। हम कोई दावा नहीं करते हैं, हमें बस अपने ईष्ट से आभास मिलता है, उस पर काम करते हैं।
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उन्होंने कहा कि, ‘ये दरबार प्राचीन भारत की परंपरा रही है। ऐसे दरबार हमारे गुरू और उनके भी गुरू लगाते थे। उड़ीसा में भी ऐसे दरबार लगते रहे। हम बस उसी परंपपरा को आगे बढ़ा रहे हैं।’ बागेश्वर धाम सरकार ने आगे कहा, “मिशनरी करोड़ों रुपए खर्च करके लोगों का धर्मांतरण करवाती हैं, लेकिन हमने उनके प्लान को फेल कर दिया, तो वे लोग साजिश रच रहे हैं और बागेश्वर धाम सरकार की महिमा पर सवाल उठा रहे हैं, क्योंकि इन लोगों को डर है कि ये आदमी 5 साल में हमारा खेल बिगाड़ दे रहा है।”