रूस ने भारत में सत्ताधारी दल के एक नेता के खात्मे के लिए आ रहे इस्लामिक स्टेट के आत्मघाती हमलावर को वहीं पर धर-दबोचा है। रूसी एजेंसियों ने जो उससे पूछताछ की है, उसमें इस्लामिक स्टेट के इस आत्मघाती हमलावर ने कई बड़े खुलासे किए हैं। उसने बताया है कि उसे आतंकवाद की ट्रेनिंग कहां मिली, उसमें तुर्की का क्या रोल रहा और उसका टारगेट आखिर कौन था और उसे निशाना बनाने के लिए तुर्की से रूस होते हुए भारत आने की ताक में क्यों लगा हुआ था।

नूपुर शर्मा की हत्या के लिए आ रहा था आजमोव- रिपोर्ट
रूस में पकड़ा गया इस्लामिक स्टेट (आईएस) का सुसाइड बॉम्बर आजमोव भाजपा के किस नेता को सफाए के लिए आ रहा था, इसका खुलासा हो गया है। सीएनएन-न्यूज18 की एक रिपोर्ट में खुफिया सूत्रों के हवाले से बताया है कि आतंकी संगठन आईएस ने उसे भाजपा से निलंबित नेता नूपुर शर्मा को खत्म करने का जिम्मा सौंपा था। 1992 में जन्मे आजमोव को तुर्की में इस्लामिक स्टेट में शामिल किया गया था और वहीं पर उसे आत्मघाती हमले की ट्रेनिंग भी दी गई थी। सूत्रों का कहना है कि आजमोव को लगता है कि नूपुर शर्मा ने पैगम्बर मोहम्मद का अपमान किया, इसलिए उनका खात्मा हो जाना चाहिए।
आईएस ने रची नूपुर की हत्या की साजिश-रिपोर्ट
कट्टर इस्लामी आतंकी संगठन आईएस ने पूरी योजना के तहत उसे रूस भेजा था, ताकि वहां से उसे आसानी से भारतीय वीजा मिल सके। सूत्रों का यह भी कहना है कि दिल्ली पहुंचने पर उसे लोकल मदद दिए जाने का भी पूरा भरोसा दिया गया था। पूछताछ के दौरान उसने दावा किया है कि उसे ऑनलाइन ही कट्टरपंथी बनाया गया है और वह अभी तक अपने किसी आका से नहीं मिला है। सूत्र ने बताया कि उसके ऑपरेशन के दूसरे चरण के लिए रूस भेजा गया था।
JNU की कुलपति का विवादित बयान, भगवान शिव को बताया SC-ST
27 जुलाई को मिली थी सूचना
बीते 27 जुलाई को एक विदेशी एंटी-टेरर एजेंसी ने भारत को इस बात की सूचना दी थी कि रूस में एक आत्मघाती हमलावर को गिरफ्तार किया गया है। सूत्र ने कहा कि एजेंसी ने बताया कि दो आत्मघाती हमलावर जो कि किर्गिस्तान और उज्बेकिस्तान से हैं, उन्हें भारत में आतंकी हमले के लिए तैयार किया गया था। उनमें से एक तुर्की में रह रहा था। गौरतलब है कि तुर्की कि सरकार भी हाल के समय में भारत-विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देते दिख चुकी है।
Sarkari Manthan Hindi News Portal & Magazine