राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने रविवार को दिल्ली के बाटला हाउस से आतंकी संगठन ISIS के एक सदस्य मोहसिन अहमद को गिरफ्तार किया है। आरोपी जामिया में पढ़ने वाले बच्चों को भी ISIS की विचारधारा से प्रभावित करने की कोशिश कर रहा था। स्वतंत्रता दिवस से पहले हुई इस गिरफ्तारी को जहां सुरक्षा के लिहाज महत्वपूर्ण माना जा रहा है, वहीं अब मोहसिन की गिरफ्तारी को लेकर राजनीति भी शुरू ही गई है।
आप विधायक ने बताया बेकसूर
आम आदमी पार्टी के नेता और विधायक अमानतुल्ला खान ने एक ट्वीट कर लिखा है कि “NIA द्वारा जामिया के छात्र मोहसिन की गिरफ्तारी सरा-सर गलत और असंवैधानिक है, भाजपा और RSS वालों ने ISIS के नाम पर मुसलमानों को बदनाम और परेशान करने का नया तरीका निकाला है। मोहसिन बेकसूर है और उसका किसी भी असामाजिक तत्व के साथ कोई सम्बंध नहीं रहा है।मोहसिन को जल्द रिहा किया जाए!”
भाजपा नेता ने ऐसे किया पलटवार
वहीं भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने भी पलटवार करते हुए लिखा है कि “AAP कल तक ताहिर हुसैन को बेकसूर बता रही थी, आज ISIS के आतंकवादी को बेकसूर बता रही है। दिल्ली में बम ब्लास्ट करने, दिल्ली के लोगों को मारने के लिए आये आतंकवादियों को केजरीवाल का गैंग क्यों बचा रहा हैं ?अमानतुल्ला खान केजरीवाल के इशारे पर ये सब बोल रहा हैं।”
आजाद हसन नाम के यूजर ने लिखा कि ‘इस देश में सिर्फ हम लोगों को ही टार्गेट किया जाता है।’ अनिल कुमार गर्ग नाम के यूजर ने लिखा कि ‘साक्ष्य होंगे तब ही तो गिरफ्तार किया है, बिना आधार के गिरफ्तारी नहीं होती जनाब और उसे बेकसूर बताने वाले आप कौन होते हैं? और ये क्या लगा रखा है मुसलमान-मुसलमान, वैसे कहते हो कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता और यहां खुद धर्म बता रहे हो!’
फैजल अहमद ने लिखा कि ’15 अगस्त और 26 जनवरी से पहले इस तरीके की गिरफ्तारी की जाती है, केवल एक समाज टारगेट करने के लिए।’ एक यूजर ने लिखा कि ‘AAP के अमानतुल्लाह खान और BJP के नेताओं में एक बुनियादी फर्क है। अमानतुल्लाह खान अपने लोगों के लिए बिना कोई शर्त समर्पित हैं, चाहे वह आतंकवादी ही क्यों ना हो, बेझिझक उसकी पैरवी करता है। वहीं थोड़ी सी ऊंच-नीच हो जाने पर BJP अपने ही प्रवक्ताओं को पार्टी से बाहर निकाल देती है।’
बता दें कि NIA ने ISIS से जुड़ी गतिविधियों के सिलसिले में छह राज्यों में 13 जगहों पर छापेमारी की थी। मध्य प्रदेश, गुजरात, बिहार, कर्नाटक, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के भोपाल और रायसेन जिलों में, गुजरात में भरूच, सूरत, नवसारी और अहमदाबाद और बिहार के अररिया , कर्नाटक के भटकल और तुमकुर, महाराष्ट्र में कोल्हापुर और नांदेड़ जिले में छापेमारी की थी।