कश्मीर घाटी में पिछले कई दिनों से एक के बाद एक टारगेट किलिंग के चलते कश्मीरी पंडितों में खासा गुस्सा देखा जा रहा है। कश्मीरी पंडितों ने एक साथ घाटी से सामूहिक पलायन की धमकी दी है। जिसके बाद जम्मू कश्मीर प्रशासन ने उन्हें उनके ट्रंजिट कैंप तक सीमित कर दिया है। लगातार हो रही हत्याओं से नाराज कश्मीरी पंडितों ने एक साथ बड़े पैमाने पर घाटी छोड़ने की धमकी दी थी।
प्रधानमंत्री के विशेष पैकेज के तहत नियोजित लगभग 4,000 कश्मीरी पंडितों ने कल धमकी दी थी कि अगर प्रशासन ने उन्हें 24 घंटे के भीतर सुरक्षित स्थानों पर नहीं पहुंचाया तो वे घाटी छोड़ देंगे। दरअसल कुलगाम में मंगलवार को आतंकवादियों ने कश्मीरी पंडित महिला टीचर रजनी बाला की गोली मारकर हत्या कर दी। आतंकियों ने स्कूल में घुसकर पहले टीचर से उनका नाम पूछा और फिर एके-47 से सिर में गोली मार दी। बड़गाम के बाद कुलगाम में हुई हत्या के बाद कश्मीरी पंडितों का गुस्सा भड़क गया।
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जिसके बाद से कश्मीरी पंडितों ने घाटी छोड़ने की धमकी दी है। कश्मीरी पंडित महिला टीचर मूल रूप से जम्मू रीजन में सांबा की थीं और कुलगाम के गोपालपुर के सरकारी स्कूल में टीचर थीं। फिलहाल वह कुपवाड़ा के चवलगाम में पति और बेटी के साथ किराये के घर में रह रही थीं। साल 1990 में हुए पलायन में रजनी का परिवार भी घाटी छोड़ चुका था, लेकिन पीएम इम्लॉयमेंट पैकेज के तहत रजनी को फिर से कश्मीर बुलाकर नौकरी दी गई थी।