ज्ञानवापी मस्जिद में कथित रूप से मिले शिवलिंग को लेकर अखिलेश यादव और अशोक गहलोत के बयान पर कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने नाराजगी जाहिर की है। सोमवार को उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह बड़े दुख की बात है कि हमारी ही पार्टी के कुछ नेता खुद को उदार दिखाने के चक्कर में शिवलिंग का मजाक उड़ा रहे हैं, यह हमारी आस्था का विषय है नेताओं को ऐसा नहीं करना चाहिए।
‘शिवलिंग को तमाशा नहीं कहा जा सकता’
प्रमोद कृष्णम ने कहा है, “सपा नेता अखिलेश यादव हों या राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ‘शिवलिंग’ को ‘तमाशा’ नहीं कहा जा सकता, यह आस्था का विषय है। दुर्भाग्य से हमारी पार्टी के कुछ नेता खुद को अधिक उदार दिखाने की कोशिश में ‘शिवलिंग’ का मजाक उड़ा रहे हैं।”
कांग्रेस गांधी के विचारों पर चलने वाली पार्टी है- प्रमोद कृष्णम आचार्य प्रमोद कृष्णम ने आगे कहा कि कांग्रेस गांधी के विचारों पर चलने वाली पार्टी है, हम सर्वधर्म सम्भाव में विश्वास रखते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे लिए पूरा राष्ट्र ही मंदिर है। भाजपा के लोग मंदिरों के बहाने वोट तलाशते हैं, जबकि हमारे लिए शिवलिंग आस्था का केंद्र है।
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शिवलिंग को लेकर क्या कहा था अखिलेश यादव ने? आपको बता दें कि आचार्य प्रमोद कृष्णम अखिलेश यादव के जिस बयान को लेकर नाराज हैं, उसमें अखिलेश ने कहा था कि कहीं भी पीपल पेड़ के नीचे पत्थर रख दो, लाल झंडा रख दो तो वो मंदिर बन जाता है। अखिलेश के इस बयान की कड़ी आलोचना हुई। हिंदू पक्ष को अखिलेश का यह बयान रास नहीं आया। गहलोत ने क्या कहा था? अखिलेश के अलावा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी एक विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि भाजपा ने वाराणसी में नया तमाशा शुरू कर दिया है। भाजपा-आरएसएस विवाद पैदा करने में माहिर है।