राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शनिवार अपराह्न तीन दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंच रहे हैं। राष्ट्रपति के भव्य स्वागत के लिए काशी तैयार है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनकी अगवानी करेंगे। एयरपोर्ट पर ही परम्परानुसार शहर की महापौर डॉ. मृदुला जायसवाल सम्मान स्वरूप राष्ट्रपति को शहर की चाभी सौंपेंगी। यह चाभी राष्ट्रपति के पास तीन दिन तक रहेगी। शहर से लौटते समय राष्ट्रपति पुन: चाभी महापौर को सौंपेंगे।
महापौर एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति को शहर की चाभी सौंप करेंगी स्वागत
राष्ट्रपति शहर में आने के बाद काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ का दर्शन पूजन कर दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि के विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती में भी शामिल होंगे। इस दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी साथ मौजूद रहेंगे। अवसर को खास बनाने के लिए मां गंगा की महाआरती नौ अर्चक करेंगे। इसमें रिद्धि-सिद्धि के रूप में 18 कन्याएं भी शामिल होंगी। रिद्धि-सिद्धि मांं गंगा को चंवर डुलाने के साथ महाआरती को भव्य बनाएंगी। घाट पर राष्ट्रपति की मौजूदगी को देख वहां सुरक्षा व्यवस्था की अभेद किलेबंदी की गई है। जिलाधिकारी ने श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के आस-पास, जलासेन घाट, ललिता घाट, मणिकर्णिका समेत सभी महत्वपूर्ण घाट पर ड्रोन कैमरा के प्रयोग को पूरी तरह प्रतिबंधित किया है। आदेश का उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई होगी।
गंगा आरती देखने के बाद राष्ट्रपति बरेका गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे। अगले दिन रविवार को राष्ट्रपति सोनभद्र जिले में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के बाद मिर्जापुर विन्ध्याचल धाम में जायेंगे। धाम में दर्शन पूजन के बाद राष्ट्रपति वापस शाम को बरेका परिसर में पहुंचे कर गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे। अगले दिन 15 मार्च को वह नदेसर स्थित तारांकित होटल में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेंगे। अपरान्ह में पांडेयपुर पुलिस लाइन से हेलीकाप्टर से बाबतपुर एयरपोर्ट जायेंगे। एयरपोर्ट से विशेष विमान से दिल्ली के लिए रवाना हो जायेंगे।
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गंगा आरती में कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हो चुके हैं
दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि के विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पहली बार शामिल हो रहे है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीन बार शामिल हो चुके है। गंगा आरती में जर्मनी के राष्ट्रपति फ्रेंक वाल्टर, मॉरीशस के राष्ट्रपति पृथ्वीराज सिंह रूपन व मॉरीशस के प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, दलाई लामा, भूटान के प्रधानमंत्री, भूटान नरेश, पोलैंड के एंबेस्डर भी मां गंगा की आरती की भव्यता का दर्शन कर चुके हैं। गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने राष्ट्रपति के मां गंगा की आरती में शामिल होने पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि गंगा आरती में कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हो चुके हैं। यह मेरे और मेरी संस्था के लिए खुशी की बात है कि अपने देश के राष्ट्राध्यक्ष पहली बार गंगा आरती में मौजूद होंगे।