राजधानी लखनऊ में सोमवार को पूर्वाह्न 11:00 बजे मिशन शक्ति के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश राज्य पुरातत्व विभाग द्वारा आज अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च, 2021) के अवसर पर ‘‘भारतीय संस्कृति में नारी’’ विषय पर व्याख्यान एवं नारी शक्ति सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विभाग के निदेशक डॉ आनन्द कुमार सिंह द्वारा कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ ममता मिश्रा, प्रोफेसर, प्रा भा इतिहास एवं पुरातत्व विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ को पुष्पगुच्छ प्रदान कर उनका स्वागत किया गया।
पुरातत्व विभाग के अधिकारियों ने लिया हिस्सा
विभाग के सहायक पुरातत्व अधिकारी डॉ राजीव कुमार त्रिवेदी द्वारा उ0प्र0 सरकार द्वारा चलाये जा रहे मिशन शक्ति कार्यक्रम का संक्षिप्त परिचय दिया गया। भारतीय संस्कृति में नारी विषय पर डॉ सुनीता, असिस्टेण्ट प्रोफेसर, नारी शिक्षा निकेतन पी.जी. कॉलेज ने अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि भारतीय परम्परा में नारी के अनेक रूपों की कल्पना की गई है। हमारी दार्शनिक परम्परा और हमारी संस्कृति की मूल धारणा यही रही है कि स्त्री एवं पुरूष दोनों ही समान है। हमारे धार्मिक ग्रंथ स्त्रियों के सम्मान एवं स्थान को लेकर अनेको श्लोक व स्रोत भरे पड़े हैं।
व्याख्यान के पश्चात निदेशक महोदय ने मिशन शक्ति के अन्तर्गत पांच महिला विभूतियों जिसमें डॉ ममता मिश्रा, प्रोफेसर, लखनऊ विश्वविद्यालय, नारी शिक्षा निकेतन पी.जी. कालेज की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ वन्दना संत, सिमरन सेवा संस्थान की समाजसेवी/निदेशक सुश्री सिमरजीत कौर, डॉ शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सुनीता शर्मा एवं कार्यक्रम की मुख्य वक्ता डॉ सुनीता, असिस्टेंट प्रोफेसर, नारी शिक्षा निकेतन पीजी कालेज, को नारी शक्ति सम्मान के रूप में स्मृति चिह्न प्रदान कर उनका सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में विभाग के निदेशक डॉ आनन्द कुमार सिंह द्वारा अध्यक्षीय संबोधन में मिशन शक्ति अभियान के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुये महिलाओं व बालिकाओं के प्रति सम्मान व सुरक्षा की भावना का प्रचार प्रसार तथा नारी स्वावलंबन की आवश्यकता पर विशेष जोर दिया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ ममता मिश्रा, प्रोफेसर, लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ ने अपने अभिव्यक्ति में महिलाओं व बेटियों की सुरक्षा व सम्मान की शुरूआत घर से होने की जरुरत बतायी। साथ ही उन्होंने हर घर में महिलाओं के सम्मान की सीख देने पर विशेष बल दिया और कहा कि बेटियों की भू्रण हत्या एवं बाल विवाह पर सार्वजनिक रूप से निंदा होनी चाहिए।
कार्यक्रम में नवयुग कन्या महाविद्यालय व नारी शिक्षा निकेतन महाविद्यालय की छात्राओं ने भी अपनी अपनी प्रस्तुतियां प्रस्तुत की।
विभाग के उत्खनन एवं अन्वेषण अधिकारी श्री राम विनय द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया व कार्यक्रम संचालन श्री बलिहारी सेठ, प्रकाशन सहायक द्वारा किया गया।
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कार्यक्रम में नवयुग कन्या महाविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅ0 आभा पाल व डाॅ0 अम्बिका वाजपेयी भी उपस्थित रहीं। मौके पर नारी शिक्षा निकेतन पी.जी. काॅलेज, नवयुग कन्या महाविद्यालय, कालीचरण पी.जी. कालेज एवं लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं तथा सहित शहर के अन्य गणमान्य एवं विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।