कर्मचारी संयुक्त परिषद ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, कोरोना योद्धाओं के लिए की मांग

लखनऊ: राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष जे एन तिवारी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक ई मेल आईडी पर एक पत्र प्रेषित कर चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के कोरोना योद्धाओं विशेषकर लैब टेक्नीशियन, एएनएम, स्टाफ नर्स एवं आशा बहू के एक चार सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल के साथ भेंट हेतु समय की मांग किया है। प्रतिनिधिमंडल में जे एन तिवारी के अलावा निरंजन कुमार श्रीवास्तव वरिष्ठ लैब टेक्नीशियन वाराणसी, चन्द्रा पांडे स्टाफ नर्स लखीमपुर एवं कुसुम यादव आशा बहू सुल्तानपुर का नाम भेजा गया है।

प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में उठाया यह मुद्दा

प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में उन्होंने चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के संविदा एवं आउटसोर्स कर्मचारियों की कोरोना काल में की हुई सेवाओं का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी को अवगत कराया है कि कोरोना नियंत्रण में संविदा कर्मचारियों ने नियमित कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर अपनी जान जोखिम में डालकर काम किया है, ऐसे में इन कर्मचारियों को नियमित किए जाने के बारे में सरकार अवश्य विचार करें।

कोरोना  नियंत्रण के पश्चात पोस्ट कोरोना प्रबंधन में भी चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के पैरामेडिकल कर्मचारी, लैब टेक्नीशियन, एएनएम, स्टाफ नर्स, आशा बहू जी- जान से लगे हुए हैं। कोरोना  वैक्सीनेशन में एएनएम एवं आशा बहुएं क्षेत्रों में पूरी ईमानदारी एवं निष्ठा के साथ कार्य कर  कर रही हैं।

मोदी को लिखे पत्र में उन्होंने लिखा कि आशा बहुओं को सिर्फ 2000 का मानदेय मिलता है जबकि  क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग  द्वारा गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के टीकाकरण से लेकर निकटवर्ती केंद्रों पर उन्हें ले जाकर उपचार तक का कार्य आशा बहुओं से कराया जाता है। ऐसे में मानदेय पर काम करने वाली आशा बहू, एएनएम एवं अन्य कर्मचारियों को कम से कम 15000 का मानदेय देने पर सरकार अवश्य विचार करें।

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संयुक्त परिषद के अध्यक्ष जेएन तिवारी ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखे गए  पत्र की हार्ड कॉपी भी प्रधानमंत्री जी को प्रेषित किया है।