समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राजधानी में गोमती रिवर फ्रंट की बदहाली को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा सरकार में कराये कई प्रोजेक्ट की वर्तमान सरकार में दुर्दशा हो रही है।
अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि सपा सरकार के कार्यकाल में लखनऊ में गोमती नदी की सफाई और रिवरफ्रंट जैसी सौंदर्यस्थली के विकास का काम हुआ था। भाजपा सरकार के आते ही गोमती नदी की उपेक्षा शुरू हो गई, नाले गिरने और कूड़ा डम्प होने से गोमती अब महाप्रदूषित हो चुकी है। रिवरफ्रंट बर्बाद हो गया है।
उन्होंने कहा कि इसी तरह समाजवादी सरकार में झांसी मेडिकल कालेज में 500 बेड के अस्पताल के लिए बजट जारी कर दिया गया था और निर्माण कार्य भी शुरू हो गया था। इस पर 01 अरब 88 करोड़ रुपये खर्च हो चुके थे। लेकिन, भाजपा सरकार ने काम रुकवा दिया। मात्र 42 करोड़ की जरूरत काम पूरा करने की थी पर भाजपा सरकार ने वह रकम नहीं दी, फलतः अस्पताल का विस्तार नहीं हो सका।
अखिलेश यादव ने कहा कि इसी तरह पूर्व मंत्री एवं सांसद मोहम्मद आजम खां के प्रयासों से बने मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय को नामानिशान मिटाने का काम सुनियोजित ढंग से भाजपा राज में चल रहा है। समाजवादी सरकार के समय सरकारी विश्वविद्यालयों के आधुनिकीकरण का काम हुआ था और एमिटी, बेनेट और एरा जैसी प्राईवेट यूनिवर्सिटियां शुरू हुई थी। तीन महीने में शिक्षामित्रों की समस्या का समाधान करने का वादा भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में किया था चार साल हो गए अभी तक समाधान नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार ने आधुनिक सुविधायुक्त एम्बुलेंस सेवा 108 की शुरूआत की थी। भाजपा की उदासीनता से वह सेवा भी बर्बाद हो गई। आगरा में बिना ऑक्सीजन सिलेण्डर किट के दौड़ती खटारा एम्बुलेंस मरीजों के लिए काल बन गई है।
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कानपुर की स्मार्ट सिटी का हाल भी बेहाल है। स्मार्ट सिटी के नाम पर सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे हैं। लोग उनमें गिरकर चोटिल हो रहे हैं। गोवंश भूखा रहने और ठण्ड में ठिठुरने पर मजबूर है। सभी वार्डों और घरों से कूड़ा नहीं उठ रहा है। पूरे प्रदेश में गोवंश की दुर्दशा है और सड़कों पर गड्ढे हैं। गड्ढामुक्त अभियान कब चला कब बंद हो गया पता नहीं चला। भाजपा सरकार एक भी उल्लेखनीय काम नहीं गिना पा रही है। समाजवादी सरकार ने अपने कार्यकाल के उत्तरार्द्ध के ढाई वर्ष में जितने काम किए उनका कोई मुकाबला नहीं है।