लखनऊ। उत्तर प्रदेश चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी महासंघ ने बड़ा ऐलान कर दिया है। उप महामंत्री सुरेश सिंह यादव ने कहा कि सरकार की वादाखिलाफी से कर्मचारियों में नाराजगी है। उन्होंने महासंघ की तरफ से चेताया कि अगर चतुर्थ श्रेणी के रिक्त पदों पर भर्ती नहीं की गई तो कर्मचारी सरकार के खिलाफ वोट करने को मजबूर हो जाएंगे।
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उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में साढ़े चार लाख चतुर्थ श्रेणी के पद रिक्त पड़े हैं। इनको भरे जाने की मांग कितनी बार की गई लेकिन काई सुनवाई ही नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार रिक्तियां भरेगी तो युवाओं को नौकरी मिलेगी और यूपी सरकार के प्रति विश्वास जनता में जागेगा।
उन्होंने कहा कि आज पूरे भारतवर्ष का कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाल किए जाने की मांग जंतर मंतर नई दिल्ली में पूरे देश का कर्मचारी डेरा डाले हुए हैं जिसको सरकार द्वारा किए गए वायदे को अपना भूल कर केवल इधर उधर की बातें करके कर्मचारियों एवं जनता को भटकाने का कार्य किया जा रहा है।
आज एक दिन सांसद एवं विधायक, विधान परिषद राज्य सभा परिषद का सदस्य हो जाने पर उसको आजीवन पेंशन मिलती है। यह किस संविधान में है कि आज जो 60 वर्ष तक सेवा करने के बाद बुढ़ापे का सहारा पुरानी पेंशन वर्तमान एवं पूर्व सरकार बीजेपी के द्वारा ही छीन ली गई थी। आज वह सरकार राज्यों में और भारत सरकार में है लेकिन वर्तमान सरकार अपने वादाखिलाफी से मुकर रही है। आज चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी महासंघ द्वारा 21 सूत्री मांग पत्र पर अपर मुख्य सचिव कार्मिक के आदेश था जिसमें बैठक हुई। एक बिंदु पर भी कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया। जिसके कारण पूरे उत्तर प्रदेश के कर्मचारियों में आक्रोश है।
आज सरकार वादाखिलाफी कर रही है जिससे कर्मचारियों में नाराजगी है। उन्होंने कहा कि आने वाले लोकसभा में समस्त चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी या उसका परिवार वर्तमान सरकार के खिलाफ वोट देने का काम करेगा।
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