गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत श्री गाँधी इण्टर कालेज स्टेशन रोड, उरई (उ.प्र.) के केन्द्रीय पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं. राम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 79 खण्डों का वांड़मय साहित्य की स्थापित किया गया। उपरोक्त यह वाङ्मय साहित्य गायत्री परिवार के मनोज कुमार निरंजन एवं उनकी धर्मपत्नी अर्चना निरंजन ने अपने पूज्य श्री बाबा रामचरन निरंजन एवं पूज्य मातापिता स्व. राम प्रसाद निरंजन एवं श्रीमती मिथलेश की स्मृति में संस्थान के पुस्तकालय को वाङ्मय भेंट किया एवं सभी छात्र-छात्राओं एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं को ‘अखण्ड ज्योति’ पत्रिका भेंट की।
इसी कार्यक्रम में पधारे श्री भगवत पटेल मुख्य अतिथि (जिला विद्यालय निरीक्षक उरई), ने कहा कि पूर्वजों की स्मृति में किया ज्ञान दान एक सच्ची श्रद्धांजलि है।
इसी क्रम में वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा वाङ्मय साहित्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पूर्वजों की स्मृति में ज्ञानदान इस युग की अनिवार्य आवश्यकता है।
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कार्यक्रम के अवसर पर मनोज कुमार निरंजन के अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मैं अपने पूज्य माता-पिता की स्मृति में इस संस्थान को वाङ्मय साहित्य भेट करते हुए गौरान्वित महसूस कर रहा हूँ।
इस अवसर पर संस्थान के प्रधानाचार्य श्री डॉ. रविशंकर अग्रवाल प्रधानाचार्य ने गायत्री परिवार के प्रति संस्थान को वाङ्यम साहित्य भेंट करने पर कृतज्ञता व्यक्त की।
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इस कार्यक्रम में वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य अतिथि भगवत पटेल (जिला विद्यालय निरीक्षक, उरई) संस्थान के प्रधानाचार्य डॉ. रविशंकर अग्रवाल, संस्थान के प्रवक्ता सर्वश्री डॉ. पियूष मंगलम, देवेन्द्र पाल सिंह, मिथलेश त्रिवेदी, अवधेश निरंजन, देवेन्द्र कुमार झा गायत्री परिवार उरई के कार्यकर्ता, डॉ. एस.आर. अग्रवाल, राकेश मिश्रा, ओम गुप्ता मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा, मनोज कुमार निरंजन, एवं अर्चना निरंजन संस्थान के शिक्षक-शिक्षिकायें एवं छात्र-छात्रायें मौजूद थे।