बीते दिन जम्मू-कश्मीर में हुए नगरोटा मुठभेड़ के बाद जो खुलासे हुए हैं, उसने देशभर में हलचल पैदा कर दी है। इसी हलचल के बाद अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी काफी सतर्क नजर आ रहे हैं। पीएम मोदी ने शुक्रवार को एक हाईलेवल मीटिंग बुलाई है। बताया जा रहा है कि बीते दिन हुए मुठभेड़ में मारे गए चारों आतंकी 26/11 की बरसी पर बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे।
नगरोटा मुठभेड़ के बाद पीएम मोदी ने बुलाई हाईलेवल बैठक
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा बुलाई गई मीटिंग में गृह मंत्री अमित शाह, एनएसए अजित डोभाल, विदेश सचिव के साथ सभी खुफिया एजेंसियों के आला अधिकारी मौजूद रहें। हालांकि इस मीटिंग में क्या बातचीत हुई, इस विषय में कोई आधिकारिक जानकारी प्राप्त नहीं हो सकी है।
सुरक्षाबलों को आतंकियों के विषय में ख़ुफ़िया जानकारी मिली थी। इस जानकारी के बाद नगरोटा में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। सुरक्षाबलों ने बान टोल प्लाजा के पास एक नाका लगाया, और आने जाने वाले वाहनों की चेकिंग शुरू की गई। इसी चेकिंग अभियान के दौरान सुरक्षाबलों ने एक ट्रक को रोका। इस ट्रक को रोकते ही इसका ड्राइवर उतरकर भाग गया।
जब सुरक्षाबलों ने ट्रक की तलाशी शुरू की तो इसमें छुपे आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी और जंगल की तरफ भागने लगे। हालांकि सुरक्षाबलों ने आतंकियों के इस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया और चार आतंकियों को मार गिराया। नगरोटा मुठभेड़ में मारे गए इन आतंकियों का सम्बन्ध जैश-ए-मोहम्मद से थे। इस ट्रक में भारी मात्रा में गोलाबारूद बरामद हुआ है। बताया जा रहा है कि ये बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे।
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नगरोटा मुठभेड़ के बाद सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवाणे ने कहा था कि सुरक्षा बलों की ओर से यह एक बेहद सफल ऑपरेशन रहा। यह जमीनी स्तर पर सभी सुरक्षा बलों के बीच उच्च स्तर के तालमेल को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि दुश्मनों और आतंकवादियों के लिए स्पष्ट संदेश है कि जो भी हमारी ओर घुसपैठ करने की कोशिश करेगा, उसे इसी तरह से निपटाया जाएगा और वे पीछे नहीं लौट सकेंगे।