उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही सूबे की कानून व्यवस्था को लेकर दम भरते नजर आते हो लेकिन विपक्ष के लिए यह मुद्दा सबसे बड़ा हथियार साबित हो रहा है। इस बार समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी की कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार को घेरा है। उन्होंने योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए यूपी में महिलाओं के खिलाफ हो रही आपराधिक घटनाओं का मुद्दा उठाया।
अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर बोला हमला
अखिलेश यादव ने यह हमला सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट ट्विटर के माध्यम से किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि महिलाओं के खिलाफ जिस प्रकार बलात्कार, यौन उत्पीड़न व छेड़खानी के मामले बेतहाशा बढ़ रहे हैं उससे निराश होकर बीजेपी सरकार में बहन-बेटियां आत्महत्या करने पर मजबूर हो रही हैं और सरकार ‘मिशन शक्ति’ व ‘पिंक बूथ’ जैसे दिखावटी कार्यक्रमों में व्यस्त है। सरकार परिवारवालों का दर्द समझे।
यह पहला मौका नहीं है जब अखिलेश ने महिलाओं के खिलाफ हो रही आपराधिक घटनाओं को मुद्दा बनाकर योगी सरकार को आड़े हाथों लिया हो। इसके पहले उन्होंने कहा था कि बीजेपी राज में जनसामान्य पर चौतरफा मार पड़ रही है। एक ओर कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा है। दूसरी तरफ महंगाई की मार से हर कोई परेशान है। बीजेपी सरकार बच्चियों के साथ दुष्कर्म और हत्या जैसे अमानवीय अपराधों पर रोक लगाने में अक्षम साबित हुई है। व्यापारी लुट रहे हैं। किसान जान गंवा रहे हैं लेकिन बीजेपी नेताओं की दबंगई का कोई इलाज नहीं, उन्हें मनमानी की छूट मिली हुई है।
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अखिलेश यादव ने कहा कि बस्ती में एक दलित बच्ची का अपहरण के बाद रेप और फिर हत्या की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है। 4 दिन पुलिस शिकायत पर बैठी रही। आए दिन होने वाली इन घटनाओं पर सरकार का असंवेदनशील रवैया निंदनीय है। बेटियों की सुरक्षा के नाम पर सिर्फ खोखले दावों से कब सुरक्षित होंगी बेटियां। मुख्यमंत्री जी को इसकी जवाबदेही देनी होगी।