महाशिवरात्रि से पहले काशी विश्वनाथ में VIP दर्शन बंद

वाराणसी । महाशिवरात्रि के महापर्व को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। महाशिवरात्रि के महापर्व पर बनारस के काशी विश्वनाथ मंदिर में तीन दिनों के लिए VIP दर्शन पर रोक लगा दी गई है। जानकारी के मुताबिक महाकुंभ के बाद लोग सीधा अयोध्‍या और वाराणसी पहुंच रहे हैं। 26 फरवरी को महाशिवरात्री का पर्व है। ऐसे में बढ़ती भीड़ को देखर ये फैसला लिया गया है।

मंदिर के मेहमानों को मिलने वाली सुविधाएं बंद रहेंगी। 26 तारीख तक वीआईपी दर्शन पर रोक लगाई गई है। कोई भी वीआईपी दर्शन नहीं होंगे। मंदिर परिसर के पास नो व्हीकल ज़ोन किया गया है। 25 फरवरी से लेकर 27 फरवरी 2025 तक सभी प्रोटोकॉल दर्शन पर रोक रहेगी। महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की संभावना के साथ ही पूज्य साधु-संतों एवं नागा साधुओं के दर्शन पूजन के दृष्टिगत मंदिर न्यास ने ये फैसला लिया है। मंदिर के सीईओ ने आम श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा के लिए बनाई गई व्यवस्था में सहयोग की अपील की है।

महाकुंभ में स्नान के बाद वाराणसी पहुंच रही भक्तों की भीड़

प्रयागराज के महाकुंभ में स्नान के बाद भक्तों की भारी भीड़ वाराणसी में काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए भी पहुंच रही है। महाकुंभ में 22 फरवरी तक 60.74 करोड़ से ज्यादा लोग स्नान कर चुके हैं। अकेले रविवार को ही खबर लिखे जाने तक 1.18 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। ऐसे में भीड़ का एक बड़ा हिस्सा वाराणसी और अयोध्या भी जा रहा है। जिस वजह से दोनों ही जगहों पर भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। ऐसे में कोई अव्यवस्था ना हो, इसलिए काशी विश्वनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि पर 3 दिनों तक प्रोटोकॉल दर्शन व्यवस्था पर रोक लगा दी गई है।

महाकुंभ में भारी भीड़ की वजह से घटी कुछ घटनाओं के बाद अयोध्या और वाराणसी में प्रबंधन काफी सतर्क है और छोटी-छोटी बातों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। श्रद्धालुओं के हित को ध्यान में रखते हुए सभी फैसले लिए जा रहे हैं। 15 फरवरी को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचकर भगवान की पूजा अर्चना की थी और आशीर्वाद लिया था।