धर्मांतरण पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी सख्त हिदायत, जानिए क्या कही बात?

पूरे देश में क्रिसमस की तैयारियां जोर  शोर से चल रही है। इसी बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस और प्रशासन को सूबे में शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही धर्मांतरण पर सख्त हिदायत दी है। सीएम योगी ने कहा कि सभी धर्मगुरुओं के साथ वार्तालाप स्थापित करते हुए क्रिसमस का पर्व शांतिपूर्वक माहौल में मनाने की व्यवस्था की जाए। सीएम योगी ने साफ कहा कि क्रिसमस पर कहीं भी धर्मांतरण की घटना न होने पाए, इस बात को खासतौर पर सुनिश्चित किया जाए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने धार्मिक स्थलों पर दोबारा लाउडस्पीकर लगाए जाने के मामले पर भी हिदायत दी है।

सीएम योगी ने शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों औश्र जोन, मंडल व जिला स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक की और कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सभी लोक कल्याणकारी प्रयासों के मूल में आदमी की संतुष्टि है। उन्होंने जनसमस्याओं और जनशिकायतों केो प्राथमिकता से हल करने के बारे में कहा। उन्होंने कहा कि आम लोगों के प्रति संवेदनशीलता बरती जाए और ध्यान रखा जाए कि आपका आचरण आमजन के मन में शासन के प्रति विश्वास का आधार बनता है। जनता की संतुष्टि ही आपके प्रदर्शन की श्रेष्ठता का आधार बनेगा।

गौरतलब है कि इससे पहले कोरोना को लेकर भी उन्होंने अहम बैठक की थी। इस बैठक में उन्होंने सूबे में कोविड प्रोटोकॉल अपनाने के साथ ही मास्क पहनने व सैनेटाइजर के उपयोग के बारे में ताकीद की थी। उन्होंने कोरोना के नए वैरिएंट से निपटने के लिए कई अहम दिशा निर्देश दिए।

विभिन्न देशों में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड प्रबंधन के लिए गठित उच्चस्तरीय टीम के साथ गुरुवार को हाई लेवल मीटिंग की थी। इस बैठक में उन्होंने कहा कि नए वैरिएंट पर नजर रखी जानी चाहिए। साथ ही हर पॉजिटिव केस की जीनोम सिक्वेंसिंग कराएं।

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आने वाले दिनों में बढ़ सकते हैं कोरोना केस: सीएम योगी

उन्होंने कहा कि संभव है कि आने वाले कुछ दिनों में नए केस में बढ़ोतरी हो, ऐसे में हमें अलर्ट रहना होगा। यह समय घबराने का नहीं, सतर्क और सावधान रहने का है। कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करना होगा। अस्पतालों, बस, रेलवे स्टेशन, बाजारों जैसे भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क लगाए जाने के लिए लोगों को जागरूक करें। पब्लिक एड्रेस सिस्टम को एक्टिव करें।