कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला को ईडी का समन मिलने के बाद आज राहुल गांधी ईडी के कार्यालय पहुंचेंगे। इस बीच कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी को ईडी द्वारा समन मिलने पर कांग्रेस पार्टी प्रदर्शन कर रही है। कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी के समर्थन में सत्याग्रह का ऐलान किया है। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने इस सत्याग्रह को ड्रामा बताया है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी जमानत पर हैं दोनों को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया है लेकिन कांग्रेस इतना बड़ा ड्रामा कर रही है। ये अपने नेताओं को दिल्ली बुला रहे है, आखिर इस ड्रामे की क्या जरूरत है। वहीं भाजपा के आरोप पर पलटवार करते हुए रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि हमे अंग्रेजों से माफी मांगने वालों के एजेंट लोगों से अपने सत्य के सत्याग्रह का सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है।
मोदी सरकार पर जमकर बरसे सुरजेवाला
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कायर मोदी सरकार और उसके पिट्ठू चुनाव मैनेजमेंट डिपार्टमेंट ईडी ने सत्य को ललकारा है। सत्य को आवरण को जरूरत नहीं है, ना ही उसे दबाया जा सकता है, ना झुकाया जा सकता है। कायर मोदी सरकार ने पुलिस के हजारो नाके लगाकर दिल्ली को छावनी में तब्दील कर करके अघोषित आपात काल लगा दिया है। सत्याग्रह के आंदोलन को ना अंग्रेज दबा पाए और ना उस समय के मुखबिर दबा पाए। उनकी झूठ की अदालत में सत्य की बिसात पर सवालों के जवाब देंगे। कांग्रेस को झुकाने के लिए, हमारे नेतृत्व को झुकाने के लिए मोदी सरकार 8 साल से एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। हम लोकतंत्र के सिपाही हूं, संविधान के रखवाले हैं, हम ना डरेंगे, ना दबेंगे, ना झुकेंगे। हम हर भाजपाई हथकंडे को विफल करके दम लेंगे। कांग्रेस 136 साल से इस देश के आम जनता की आवाज है। हमने तानाशाही ताकत को हिंदुस्तान छोड़कर जाने के लिए विवश किया था। हम पंडित नेहरू की उस वैचारिक सोच से जुड़े हैं जिन्होंने 10 साल जेल में गुजारे। हम माफीवीरों के अनुयायी नहीं जो सत्ता के सिंघासन पर बैठे हैं।
नेशनल हेराल्ड का किया बचाव
सुरजेवाला ने कहा कि नेशनल हेराल्ड अखबार को मुद्दा बनाकर इसके सहारे मोदी जी आप कांग्रेस को डराना चाहते हैं, लेकिन 1937 से यह लोगों की पहचान है। जब आज जो हुकूमत में हैं वो अंग्रेजों से मुखबरी कर रहे थे तो उस वक्त स्वतंत्रता सेनानियों की आवाज था नेशनल हेराल्ड। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि जब पत्रकारों का वेतन नहीं मिल रहा था तो 2002 से 2011 के बीच कांग्रेस ने 90 करोड़ की राशि नेशनल हेराल्ड को तनख्वाह दी। क्या यह अपराध है, कांग्रेस एक राजनीतिक दल है। राजनीतिक दल किसी भी कंपनी का शेयर या हिस्सा नहीं ले सकता है। इसलिए हमने 90 करोड़ के एवज मे कंपनी को शेयर दिया. जिसमे से 67 करोड़ रुपए नेशनल हेराल्ड के कर्मचारियों को तनख्वाह देने के लिए इस्तेमाल किया गया। बाकी का पैसा भारत सरकार को लीज मनी के तौर पर, बिजली के बिल के तौर पर दिया गया।