महाराष्ट्र में शिवसेना और भाजपा के बीच मतभेद को लेकर चर्चा चल रही है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंद के बेटे सांसद श्रीकांत शिंदे ने इस्तीफा देने की बात कहते हुए चर्चाओं को तेज कर दिया है। श्रीकांत ने शुक्रवार को डोंबविली इकाई में कहा कि कुछ नेता स्वार्थ की राजनीति कर रहे हैं।
उनका बयान स्थानीय बीजेपी नेताओं द्वारा आगामी लोकसभा चुनावों में शिवसेना (शिंदे गुट) को समर्थन नहीं देने का प्रस्ताव पारित करने के बाद आया है। बता दें बीजेपी नेता रवींद्र चव्हाण के नेतृत्व में हुई बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
इस मामले को लेकर बीजेपी-शिवसेना में तकरार
भाजपा के डोंबिवली पूर्वी डिवीजन के अध्यक्ष नंदू जोशी के खिलाफ दर्ज छेड़छाड़ का मामला महाराष्ट्र में दो गठबंधन सहयोगियों के बीच दरार का कारण माना जा रहा है। स्थानीय भाजपा नेताओं ने जोशी पर राजनीतिक बदले की भावना से शिवसेना नेताओं द्वारा फंसाए जाने का आरोप लगाया है।
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श्रीकांत शिंदे ने क्या कहा
श्रीकांत शिंदे ने कहा कि पार्टी 2024 में फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बनाने के लिए संकल्पित है। हम उसके लिए पूरी कोशिश करेंगे, लेकिन किन्हीं कारणों से डोंबिवली में कुछ नेताओं द्वारा स्वार्थी राजनीति की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘वह किसी भी पद के इच्छुक नहीं हैं और गठबंधन के वरिष्ठ नेता तय करेंगे कि आगामी लोकसभा चुनाव में किसे मैदान में उतारा जाए।’श्रीकांत ने यह भी कहा कि दोनों पार्टियों के वरिष्ठ नेतृत्व के बीच कोई गलतफहमी नहीं है।